महाभारत से जुड़े कई ऐसे तथ्य हैं, जिससे आज भी कई लोग अनजान हैं.
ऐसा ही एक किस्सा द्रौपदी के खून से बाल धोने की प्रतिज्ञा से भी जुड़ा है, जिसने महाभारत रच दी.
दरअसल, चौसर के खेल में जब पांडव जब अपना सब कुछ हार गए, तो उन्होंने अपनी पत्नी द्रौपदी को भी दांव पर लगा दिया.
इसके बाद पांडव द्रौपदी को भी हार गए, जिसके बाद दुर्योधन ने अपने भाई दुशासन को द्रौपदी को लाने के लिए भेजा.
दुशासन द्रौपदी के बालों को पकड़कर उसे घसीटते द्यूत क्रीड़ा गृह में ले आता है.
इसके बाद दुर्योधन दुशासन से द्रौपदी को अपनी जांघ पर बैठाने को कहता है.
दुशासन द्रौपदी की साड़ी खींचकर भरी सभा में उसे अपमानित करता है, लेकिन श्री कृष्ण की कृपा से साड़ी खत्म ही नहीं होती.
इस अपमान के बाद द्रौपदी ने दुर्योधन के भाई दुशासन के खून से बाल धोने की प्रतिज्ञा ली थी.
महाभारत युद्ध में भीम दुशासन को मारकर उसका लहु ले जाकर द्रौपदी को देता है, जिसके बाद द्रौपदी अपनी प्रतिज्ञा पूरी करती है.