Pakistan: पाकिस्तान में आसिफ अली जरदारी का 'परिवारवाद', बेटी को क्यों दे रहे पत्नी वाला 'विशेष ओहदा'?
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Pakistan: पाकिस्तान में आसिफ अली जरदारी का 'परिवारवाद', बेटी को क्यों दे रहे पत्नी वाला 'विशेष ओहदा'?

Pakistan First Lady: पाकिस्तानी मीडिया में आई खबरों में बताया गया है कि पाकिस्तान की First Lady राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की बेटी आसिफा भुट्टो होंगी. आसिफा भुट्टो का जन्म 3 फरवरी 1993 को पाकिस्तान में हुआ था.

Pakistan: पाकिस्तान में आसिफ अली जरदारी का 'परिवारवाद', बेटी को क्यों दे रहे पत्नी वाला 'विशेष ओहदा'?

Pakistan First Lady: 9 मार्च को पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के आसिफ अली जरदारी पाकिस्तान के 14वें राष्ट्रपति चुने गए. रविवार को उन्होंने राष्ट्रपति पद की शपथ भी ले ली. लेकिन चर्चा First Lady को लेकर है. दुनिया कई देशों में First Lady की परंपरा है, इस परंपरा के तहत राष्ट्रपति की पत्नी को देश की प्रथम महिला कहा जाता है. पाकिस्तान के इतिहास में First Lady की यही परंपरा चली आ रही है. लेकिन इसबार इस परंपरा को राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने बदल दिया है.

पाकिस्तान की फर्स्ट लेडी जरदारी की बेटी

पाकिस्तानी मीडिया में आई खबरों में बताया गया है कि पाकिस्तान की First Lady राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी की बेटी आसिफा भुट्टो होंगी. आसिफा भुट्टो का जन्म 3 फरवरी 1993 को पाकिस्तान में हुआ था. आसिफा, आसिफ अली जरदारी और बेनजीर भुट्टो के तीन बच्चों में सबसे छोटी बेटी हैं. आसिफा भुट्टो की पढ़ाई ब्रिटेन में हुई है, बड़ी बहन बख्तावर भुट्टो ने लंदन के बिजनेसमैन से शादी की है. राजनीति में आसिफा भुट्टो तीन साल पहले वर्ष 2021 में एक्टिव हुई थी, तब आसिफा ने कई रैलियां की थीं.

जरदारी के पहले कार्यकाल में कोई फर्स्ट लेडी नहीं

इसबार के आम चुनाव में आसिफा भुट्टो ने अपने भाई बिलावल भुट्टो के समर्थन में कई रोड शो किये थे. पाकिस्तानी अवाम के लिए आसिफा भुट्टो जरदारी जाना पहचाना नाम है. लेकिन First Lady के तौर उनका नाम लोगों को थोड़ा खल रहा है. इसकी वजह भी है, दरअसल आसिफ अली जरदारी दूसरी बार पाकिस्तान के राष्ट्रपति चुने गए हैं. इससे पहले उनका कार्यकाल वर्ष 2008 से 2013 तक रहा था. जरदारी के पहले कार्यकाल में कोई First Lady नहीं थी.

बेनजीर भुट्टो की हत्या

इसकी वजह ये थी, कि 27 दिसंबर 2007 को आसिफ अली जरदारी की बेगम बेनजीर भुट्टो की एक रैली में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इसबार पत्नी की जगह उन्होंने अपनी छोटी बेटी को First Lady का दर्जा देने की बात कही है. हालांकि, अभी इसकी आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, जैसे ही आधिकारिक ऐलान होगा, आसिफा अली भुट्टो को वो सभी विशेषाधिकार मिल जायेंगे जो पाकिस्तान की First Lady को मिलते हैं.

जरदारी ने अपने पूरे परिवार को किया सेट

अबतक पाकिस्तान में राष्ट्रपति की पत्नी को ही First Lady का दर्जा मिलता था. लेकिन जरदारी साहब ने तो देश की बरसों से चली आ रही परंपरा को ही बदल दिया है. वैसे आसिफा भुट्टो को First Lady का दर्जा देकर जरदारी ने अपने पूरे परिवार को Set कर दिया है. इस समय आसिफ अली जरदारी के परिवार में 4 सदस्य हैं.

-खुद आसिफ अली जरदारी जो अब पाकिस्तान के 14वें राष्ट्रपति बन गए हैं और अगले 5 साल उनकी Life Set है.
-बेटा बिलावल भुट्टो पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी का चेयरमैन है और नेशनल असेंबली का मेंबर.
-जरदारी की बड़ी बेटी बख्तावर भुट्टो है, जो लंदन के बिजनेसमैन से शादी करके वहीं सैटल हो चुकी है.
-जरदारी की छोटी बेटी आसिफा भुट्टो है, जिसे First Lady का दर्जा देकर आसिफ अली जरदारी ने Set कर दिया है.

आसिफा भुट्टो में बेनजीर भुट्टो की झलक

पाकिस्तान में कुछ लोग आसिफा भुट्टो में उनकी मां बेनजीर भुट्टो की झलक देखते हैं. आसिफा के भाषण भी खूब पसंद किये जाते हैं. शायद इसी वजह से आसिफ अली जरदारी, आसिफा को राजनीति में उतारना चाहते हैं. पाकिस्तानी मीडिया में ऐसी चर्चा है कि आसिफा भुट्टो को उप-चुनाव में शहदकोट सीट से चुनाव लड़वाया जा सकता है. दरअसल, बिलावल भुट्टो ने आम चुनाव में शहदकोट और लरकाना सीट से चुनाव लड़ा था. दोनों ही सीट पर बिलावल भुट्टो को जीत मिली, अब उन्हें एक सीट छोड़नी पड़ेगी. बिलावल भुट्टो शहदकोट सीट छोड़ेंगे, इस सीट पर आसिफा को उतारा जा सकता है.

अवाम से ज्यादा अपने परिवार की चिंता

यहां मामला परंपरा बदलकर सिर्फ बेटी को First Lady घोषित करना नहीं है, बल्कि जरदारी ने पूरे परिवार को Set किया है. वैसे भी पाकिस्तान के राजनीतिक दलों को अवाम से ज्यादा अपने परिवार की चिंता रहती है. और उसी परंपरा को आसिफ अली जरदारी ने आगे बढ़ाया है.

पाकिस्तान में ऐसा पहली बार

पाकिस्तान में ऐसा पहली बार हुआ है, जब First Lady राष्ट्रपति की पत्नी के बजाये बेटी को घोषित किया जा रहा है. हालांकि दुनिया में ऐसे कई उदाहरण हैं जब कोई राष्ट्रपति अविवाहित थे, उन्होंने अपनी बेटी, भतीजी या फिर बहन को First Lady घोषित किया.

-अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति Andrew Jackson ने वर्ष 1829 में राष्ट्रपति पद की शपथ ली, लेकिन इसके तुरन्त बाद उनकी पत्नी Rachel Jackson की मृत्यु हो गई
-बाद Andrew Jackson ने अपनी भतीजी Emily Donelson को First Lady के रूप में सेवा करने के लिए कहा
-अमेरिका के दो अन्य राष्ट्रपति Chester Arthur और Grover Cleveland ने अपनी बहनों को First Lady घोषित किया था

वैसे हम आपको बताना चाहते हैं कि First Lady शब्द का प्रयोग आमतौर पर अमेरिकी राजनीती में ही किया जाता है. जहां अमेरिकी राष्ट्रपति की पत्नी को First Lady कहकर संबोधित किया जाता है. जैसे जब Bill Clinton अमेरिकी राष्ट्रपति थे तो Hillary Clinton को 'फर्स्ट लेडी' कहा जाता था. Barack Obama के समय Michelle Obama, Donald Trump के समय Milania Trump और अब जब Joe Biden अमेरिका के राष्ट्रपति हैं तो Jill Biden को US First Lady के नाम से जाना जाता है.

-आपको जानकर हैरानी होगी की अमेरिकी राजनीति में First Lady नाम से कोई भी आधिकारिक पद नहीं है. ना ही अमेरिका के संविधान में ऐसा कोई पद है.
-अमेरिकी संविधान का अनुछेद 2 अमेरिकी राष्ट्रपति की शक्तियों का वर्णन करता है, लेकिन इसमें भी कहीं भी First Lady का जिक्र नहीं है.
-इससे साफ हो जाता है की First Lady, दरअसल एक अनौपचारिक पद ही है और इस पद की कोई शक्तियां नहीं है.
-बावजूद इसके, आज अमेरिकी राजनीति में अगर First Lady एक अहम पद है तो इसकी वजह है परंपरा.

कई चीजें परंपरा की वजह से ही

हर देश और हर राजनैतिक व्यवस्था में कई चीजें परंपरा की वजह से ही हैं. जैसे अमेरिकी संविधान में कहीं भी ये नहीं लिखा था कि अमेरिकी राष्ट्रपति सिर्फ दो बार ही अमेरिका का राष्ट्रपति बन सकता है. लेकिन अमेरिका के पहले राष्ट्रपति George Washington ने अपने दो Term पूरे होने के बाद फिर से चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया. तभी से ये एक परंपरा बन गयी है जिसका पालन लगभग 150 सालों तक हर राष्ट्रपति ने किया.

हालांकि, द्वितीय विश्व युद्ध में Franklin Roosevelt लगातार चार बार अमेरिका के राष्ट्रपति रहे, जिसके बाद अमेरिकी Congress ने संविधान में संशोधन करते हुए, ये नियम बना दिया की कोई भी व्यक्ति सिर्फ दो बार ही अमेरिका का राष्ट्रपति बन सकता है. इसी तरह अमेरिकी राजनीती में First Lady का पद भी परंपरा में ही शामिल है.

- अमेरिकी राजनीति में First Lady शब्द का प्रयोग सबसे पहले वर्ष 1838 में किया गया था.
- First Lady शब्द का प्रयोग पहले राष्ट्रपति George Washington की पत्नी Martha Washington के लिए किया गया था.
- तभी से अमेरिकी राष्ट्रपति की पत्नी को First Lady कहने की रिवायत शुरू हो गयी थी और वक़्त के साथ इस पद की गरिमा भी बढ़ती चली गयी.
- भले ही आधिकारिक तौर पर First Lady के पास कोई भी शक्ति ना हो लेकिन आज अमेरिका राजनीति में एक अहम भूमिका निभाती है.
- First Lady ना सिर्फ अमेरिकी राष्ट्रपति की विदेशी यात्राओं पर उनके साथ नज़र आती हैं बल्कि White House में विदेशी मेहमानों के लिए Dinner भी Host करती हैं.

पाकिस्तान की राजनीति परिवार के इर्दगिर्द

जहां तक पाकिस्तान में First Lady का सवाल है, तो इस देश की राजनीति परिवार के इर्दगिर्द घूमती है. और आसिफा भुट्टो की जिस तरह राजनीति में दिलचस्पी रही है. उसे देखते हुए यही माना जा रहा है, कि आसिफा को देश की राजनीति में उतारने के लिए ही जरदारी ने सबकुछ प्लान किया है.

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