इस आतंकी को लेकर Pakistan ने Afghanistan से कर दी ऐसी डिमांड, दुनिया भी रह गई हैरान
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इस आतंकी को लेकर Pakistan ने Afghanistan से कर दी ऐसी डिमांड, दुनिया भी रह गई हैरान

Masood Azhar News: पाकिस्तान का कहना है कि मसूद अजहर उसकी सरजमीं पर नहीं है और वह अफगानिस्तान में हो सकता है. पाकिस्तान लगातार यह दावे करता है कि मसूद अजहर का पता नहीं चल पा रहा है लेकिन पाकिस्तानी सोशल मीडिया नेटवर्क्स पर मसूद अजहर अपने आर्टिकल पब्लिश कराता रहता है और जैश के आतंकियों को आतंक फैलाने के लिए प्रोत्साहित करता है.

इस आतंकी को लेकर Pakistan ने Afghanistan से कर दी ऐसी डिमांड, दुनिया भी रह गई हैरान

Pakistan-Afghanistan Terrorism: पाकिस्तान ने अफगानिस्तान को खत लिखकर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर की गिरफ्तारी की मांग की है. खत में साफ कहा गया है कि मसूद अजहर के अफगान प्रांत के नंगरहार और कुन्हर में होने की संभावना है. पाकिस्तान ने कहा कि जैश प्रमुख को ढूंढकर गिरफ्तार किया जाए और पाकिस्तानी अधिकारियों को जानकारी दी जाए. मसूद अजहर की गिरफ्तारी के लिए खत पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने लिखा है. हालांकि, इस मामले पर बाद में कोई और जानकारी सामने नहीं आई है.

चीन लगा रहा अड़ंगा

1 मई 2019 को, संयुक्त राष्ट्र ने मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादियों की लिस्ट में शामिल किया था. 2008 में भारतीय संसद पर हमले के बाद, अमेरिका ने जेईएम को विदेशी आतंकवादी संगठन की सूची में शामिल किया. भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से जेईएम और मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी संगठन घोषित करने की मांग कर रहा है, लेकिन चीन इस कोशिश को वीटो कर रहा है.

पाक पर FATF का दबाव

पाकिस्तान ने यह कदम फाइनेंशिल एक्शन टास्क फोर्स यानी FATF के दबाव के मद्देनजर लिया है, जिसमें पाकिस्तान से कहा गया कि वह आतंकियों के खिलाफ एक्शन ले. इससे उसके FATF की ग्रे लिस्ट से बाहर निकलने की संभावना है. FATF के दबाव का ही नतीजा था कि पाकिस्तान ने लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर साजिद मीर पर भी एक्शन लिया, जिसे वह मृत बताता रहा है. 

पाकिस्तान का कहना है कि मसूद अजहर उसकी सरजमीं पर नहीं है और वह अफगानिस्तान में हो सकता है. पाकिस्तान लगातार यह दावे करता है कि मसूद अजहर का पता नहीं चल पा रहा है लेकिन पाकिस्तानी सोशल मीडिया नेटवर्क्स पर मसूद अजहर अपने आर्टिकल पब्लिश कराता रहता है और जैश के आतंकियों को आतंक फैलाने के लिए प्रोत्साहित करता है.

बता दें कि FATF के एशिया-प्रशांत समूह ने मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद की फंडिंग से निपटने से जुड़े 11 में से 10 इंटरनेशनल स्टैंडर्ड्स पर पाकिस्तान की प्रभावशीलता को 'निम्न' स्तर का आंका है. ‘द डॉन’ की खबर के अनुसार, एफएटीएफ के सिडनी स्थित क्षेत्रीय सहयोगी एशिया प्रशांत समूह (एपीजी) ने अपने क्षेत्रीय सदस्यों की रेटिंग पर दो सितंबर तक एक अपडेट जारी किया था, जिसमें कहा गया है कि पाकिस्तान ने 11 लक्ष्यों में से केवल एक में 'मध्यम स्तर की प्रभावशीलता' दिखाई है.

(इनपुट-IANS)

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