Baghpat Lok Sabha Election 2024: पश्चिमी यूपी की चर्चित बागपत सीट पर भी चुनाव होना है. 26 अप्रैल को यहां के मतदाता प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे. बागपत को जाटों का गढ़ भी कहा जाता है. यह चौधरी परिवार की परंपरागत सीट रही है.
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Baghpat Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में पश्चिमी यूपी की चर्चित बागपत सीट पर भी चुनाव होना है. 26 अप्रैल को यहां के मतदाता प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला करेंगे. बागपत को जाटों का गढ़ भी कहा जाता है. यह चौधरी परिवार की परंपरागत सीट रही है. इसी सीट ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को जिताकर संसद पहुंचाया था. इस बार यहां से दिलचस्प सियासी लड़ाई देखने को मिल रही है.
यह सीट चुनाव से पहले बीजेपी के साथ गठबंधन करने वाली रालोद के खाते में गई है. रालोद ने यहां से डॉ. राजकुमार सांगवान को प्रत्याशी बनाया है. समाजवादी पार्टी पहले यहां से मनोज चौधरी को प्रत्याशी बनाया था लेकिन चुनाव से ठीक पहले उनका टिकट काटकर ब्राह्मण प्रत्याशी अमरपाल शर्मा को उम्मीदवार घोषित किया है. वहीं बसपा ने गुर्जर प्रत्याशी प्रवीण बंसल को प्रत्याशी बनाकर मुकाबले को रोचक बना दिया है.
रालोद प्रत्याशी राजकुमार सांगवान की पहचाना किसान राजनीति से होती है, उन्होंने चौधरी चरण सिंह से प्रभावित होकर राजनीति में कदम रखा. वह मौजूदा समय में रालोद के राष्ट्रीय सचिव हैं, साथ ही पार्टी के लिए कई महत्वपूर्ण पदों पर काम कर चुके हैं. सपा प्रत्याशी अमरपाल शर्मा की पहचान ब्राह्मण चेहरे के तौर पर होती है, वह इससे पहले विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं. वह 2012 में बसपा के टिकट पर विधायक बने थे. बसपा प्रत्याशी प्रवीण बंसल दिल्ली हाईकोर्ट में अधिवक्ता हैं. वह दिल्ली की रोहताशनगर सीट से 2015 में चुनाव लड़ चुके हैं.
आरएलडी प्रत्याशी राजकुमार सांगवान के सामने जाट वोटों को पाले में रखने के साथ ही मुस्लिम वोटों को छिटकने से रोकने की चुनौती होगी. सपा प्रत्याशी अमरपाल शर्मा की ब्राह्मण वोटरों पर अच्छी पकड़ है. सपा के कोर वोटर यादव को साधने के साथ वह मुस्लिम वोटरों को साधने में जुटे हैं. बसपा से गुर्जर उम्मीदवार प्रवीण बंसल ने राजनीतिक समीकरणों को दिलचस्प बना दिया है.
बागपत के समीकरण?
बागपत लोकसभा सीट पर करीब 16.50 लाख वोटर हैं. यहां सबसे ज्यादा चार लाख मुस्लिम मतदाता है. जाट वोटरों की संख्या करीब 3.50 लाख, और गुर्जर और ब्राह्मण वोटर की कुल संख्या करीब तीन लाख है. इसके अलावा दलित मतदाता 1.80 लाख, राजपूत और कश्यप मतदाता करीब 1-1 लाख हैं.
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