kaushambi News: वोटिंग से पहले सपा के खेमे में बड़ी हलचल, गंभीर आरोप लगाते हुए इन नेताओं ने पार्टी को कहा बाय
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kaushambi News: वोटिंग से पहले सपा के खेमे में बड़ी हलचल, गंभीर आरोप लगाते हुए इन नेताओं ने पार्टी को कहा बाय

Loksabha election 2024: कौशाम्बी जिले में लोकसभा चुनाव में मतदान ने पहले ही समाजवादी पार्टी के नेताओ का पार्टी से इस्तीफा देने का सिलसिला शुरू हो गया है. 

Loksabha election 2024

Loksabha election 2024: लोकसभा चुनाव के लिए दो चरणों को मतदान पूरा कर लिया गया है. कौशाम्बी जिले में लोकसभा चुनाव में मतदान ने पहले ही समाजवादी पार्टी के नेताओ का पार्टी से इस्तीफा देने का सिलसिला शुरू हो गया है. मंगलवार को समाजवादी पार्टी के कई कद्दावर नेताओ ने अपने समर्थकों के साथ पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी अपनी विचारधारा से हटकर कौशांबी जिले में एक व्यक्ति विशेष की विचारधारा पर चल रही है. चुनाव मतदान से पहले नेताओं के इस तहर इस्तीफे से समाजवादी पार्टी की मुश्किलें बढ़ सकती है.

समाजवादी पार्टी ने कौशांबी लोकसभा सीट से पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव इंद्रजीत सरोज के बेटे पुष्पेंद्र सरोज को अपना प्रत्याशी घोषित किया है. प्रत्याशी घोषित होने के बाद से पुष्पेंद्र सरोज लगातार जनसंपर्क कर समाजवादी पार्टी और अपने लिए वोट मांग रहे हैं. वहीं प्रत्याशी घोषित होने के बाद से ही समाजवादी पार्टी के कई नेता प्रत्याशी का विरोध कर रहे हैं. समाजवादी पार्टी के नेताओं का आरोप है कि सपा के राष्ट्रीय महासचिव इंद्रजीत सरोज अपने आगे किसी को भी आगे बढ़ने नहीं देना चाहते. 

इसी सबके चलते मंगलवार को समाजवादी पार्टी से लगभग एक दर्जन से अधिक नेताओं ने अपने समर्थकों के साथ समाजवादी पार्टी के प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. कौशांबी जिले में इतनी संख्या में समाजवादी पार्टी से नेताओं के इस्तीफा देने से समाजवादी पार्टी की मुश्किलें बढ़ सकती है. क्योंकि इस्तीफा देने वाले में जल विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी रहे चंद्रबली पटेल समेत जिला पंचायत सदस्य, प्रधान व अन्य नेता शामिल है. 

सपा नेता चंद्रबली सिंह पटेल ने प्रेस वार्ता कर बताया कि हम लोग विगत कई वर्षों से सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव नेतृत्व में समाजवादी पार्टी में काम किया. पिछडों दलितों व कमजोर वर्गों किसानों के हितैषी उनके साथ मिलकर पार्टी को शीर्ष तक पहुंचाने का कार्य किया. लेकिन मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पार्टी की नितियों से भटक गये है. जिसके कारण पार्टी में व्यापक असंतोष व्याप्त है.उन्होंने कहा कि हम जैसे बहुत से जुझारू कार्यकर्ताओं में भारी असंतोष है. उन्होंने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जिले के तमाम कार्यकर्ताओं व नेताओं से किसी भी मसले से कोई विचार विमर्श नहीं करते है और जिले के कुछ चंद नेताओं के इशारों पर फैसला ले लेते है. 

जिससे पार्टी का नुकसान होता है, और जुझारू और कर्मठ कार्यकर्ताओं की अंतरात्मा कुंठित होती है इसलिए हम सब लोगों ने पार्टी छोड रहे है. बहरहाल वह किस पार्टी में शामिल होंगे इसपर यू होने अभी कुछ भी बोलने से इंकार किया है.
इससे पहले सोमवार को कैबिनेट मंत्री रहे मातेस चंद सोनकर और चायल से पूर्व विधानसभा प्रत्याशी रामचन्द्र ने भी इस्तीफ़ा दे दिया था. सभी का एक ही आरोप है कि इंद्रजीत सरोज़ मनमानी करते है. और दूसरे नेताओं को सम्मान नही देते है. वोटिंग के कुछ दिन पहले कौशांबी ज़िले में समाजवादी पार्टी में भगदड़ से पार्टी को बड़ा नुकसान हो सकता है.

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