Jehanabad News: लोकसभा चुनावी सियासी पारे के बीच प्यासी जनता, बूंद-बूंद को तरस रहे लोग
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Jehanabad News: लोकसभा चुनावी सियासी पारे के बीच प्यासी जनता, बूंद-बूंद को तरस रहे लोग

Jehanabad News: एक ओर जहां लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा हाई है तो वहीं दूसरी ओर गर्मी भी तेजी से बढ़ रही है. जहां तहां पानी की किल्लत देखी जा रही है. ताजा मामला बिहार के जहानाबाद से सामने आया है. जहां अप्रैल माह शुरू होते ही जल संकट गहराने लगा है.

बूंद-बूंद को तरस रहे जहानाबाद के लोग

जहानाबादः jehanabad News: एक ओर जहां लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा हाई है तो वहीं दूसरी ओर गर्मी भी तेजी से बढ़ रही है. जहां तहां पानी की किल्लत देखी जा रही है. ताजा मामला बिहार के जहानाबाद से सामने आया है. जहां अप्रैल माह शुरू होते ही जल संकट गहराने लगा है. जिले के कई इलाकों में पानी की किल्लत शुरू हो गई है. लगातार जलस्तर गिरता जा रहा है. बढ़ती गर्मी के कारण लोगों की परेशानी भी बढ़ने लगी है. ताजा मामला सदर प्रखंड के चक-लरसा और धरमपुर का है. जहां अभी से लोगों को पानी के लिए दो-चार होना पड़ रहा है. लोग इस बात को लेकर परेशान हैं कि आने वाले महीनों में जब गर्मी और बढ़ेगी तो क्या हाल होगा?

ये मामला सदर प्रखंड के चक-लरसा गांव का है. इस गांव में सौ घरों की आबादी है. जहां पानी लेने को लेकर चापाकल पर लाइन लगाए हुए है. लोगों का कहना है कि गांव में कई चापाकल है. लेकिन लेयर भागने के कारण सब के सब पानी देना बंद कर दिया है. मात्र दो हथिया चापाकल (मार्क-2) है जो चल रहे है. जिसमें एक चापाकल गंदा पानी दे रहा है. जबकि दूसरा चापाकल पर पानी लेने को लेकर यहां रोज मारामारी होते रहती है. पानी के लिए लोगो को लाइन लगना पड़ता है. 

ग्रामीण महिलाओं ने बताया कि गांव के सभी चापाकल खराब हो गए है. एक ही चापाकल पानी दे रहा है. जिसपर पानी लेने को लिए पूरे गांव के लोगो को लाइन लगना पड़ता है. गांव में नल जल भी है लेकिन कभी कभार पानी आता है. बिजली नहीं रहने पर यहां पानी घोर समस्या उत्पन्न हो जाती है. ऐसे में यहां के लोग पास के गांव में जाकर पानी लाते है.

दूसरा मामला सदर प्रखंड के धरमपुर महादलित टोले का है. यहां भी वाटर लेवल भागने के कारण कई चापाकल सुख गए तो कई खराब हालत में पड़े है. पानी को लेकर यहां भी समस्या गंभीर है. इस गांव में मात्र दो चापाकल है जो 80 घरों के लोग जद्दोजहद के बाद अपनी प्यास बुझा रहे है. इस गांव में मुख्यमंत्री निश्चय योजना के तहत नल का जल आज तक नहीं पहुंचा है. यहां के लोगों ने बताया कि गर्मी के कारण वाटर लेवल भाग जाने के कारण कई चापाकल पानी देना बंद कर दिया है. गांव में मात्र दो चापाकल है. जिसके सहारे लोग अपनी प्यास बुझा रहे है. ग्रामीणों का कहना है कि यहां सरकार की महत्वाकांक्षी योजना नल जल का पाइप तो बिछाया गया है लेकिन आज तक पानी नहीं आया है.

इधर कार्यपालक अभियंता ने बताया कि गर्मी को देखते हुए चपलकल मरम्मत कार्य कर रहे है. जहां ज्यादा वाटर लेवल नीचे चला गया है. वहां तुरंत कार्य किया जा रहा है. अभी तक जिले में कुल 455 चापाकल को ठीक किया जा चुका है. उन्होंने बताया कि चक-लरसा और धरमपुर गांव में बंद पड़े चापाकल को दो दिनों के अंदर ठीक करा दिया जाएगा. पीएचडी के पास आपातकाल मे निपटने के लिए 14 टैंकर मौजूद हैं. बहरहाल अभी अप्रैल के माह में ही जलस्तर का ये हाल है तो आने वाले मई और जून माह में क्या होगा? यहां के लोग भीषण पेयजल संकट की आशंका है.
इनपुट- मुकेश कुमार 

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