RO का फिल्टर कितने दिन में हो जाता है खराब? अभी तक कर रहे थे गलती तो जान लें सच्चाई
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RO का फिल्टर कितने दिन में हो जाता है खराब? अभी तक कर रहे थे गलती तो जान लें सच्चाई

RO Filter: RO का फिल्टर समय से ना बदला जाए तो आप बीमार पड़ सकते हैं, ऐसे में इसे समय से बदलना बेहद ही जरूरी होता है और इसमें ज्यादा पैसे भी नहीं खर्च होते हैं. 

RO का फिल्टर कितने दिन में हो जाता है खराब? अभी तक कर रहे थे गलती तो जान लें सच्चाई

Water Purifier Servicing: RO (रिवर्स ऑस्मोसिस) टेक्निक का इस्तेमाल करते हुए आपके घर में लगा हुआ RO सिस्टम पानी को प्यूरीफाई करता है और उसमें मौजूद अशुद्धियों को बाहर निकालता है. इसमें काफी कम समय लगता है और पानी, पीने के लायक बन जाता है. रिवर्स ऑस्मोसिस सिस्टम आजकल मार्केट में 10 हजार रुपये से लेकर 15 हजार रुपये की कीमत में उपलब्ध है. ये सही तरह से काम तब करता है जब आप समय से इसके फिल्टर्स को चेंज करवाते रहते हैं. ऐसा ना किया जाए तो इस पानी का इस्तेमाल करना आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है. हालांकि ज्यादातर लोग ये समझ नहीं पाते हैं कि आखिर इसका फिल्टर बदलवाना कब है. अगर आप भी इस चीज को लेकर कन्फ्यूज रहते हैं तो आज हम आपको इसका जवाब देने जा रहे हैं. 

अगर आपके RO सिस्टम में फिल्टर खराब हो जाता है और आप इसे नहीं बदलवाते हैं, तो इसके निम्नलिखित परिणाम हो सकते हैं:

पानी की गुणवत्ता में कमी: RO फिल्टर पानी की सफाई करके इसमें मौजूद अवशिष्ट, धूल, मिट्टी, जीवाणु आदि को निकालने में मदद करते हैं. अगर फिल्टर खराब हो जाता है, तो पानी की गुणवत्ता कम हो सकती है और आपके पिए जाने वाले पानी का टेस्ट भी बुरी तरह से खराब हो सकता है. 

जीवाणु और माइक्रोब्स की बढ़ोत्तरी: RO में मौजूद UV लाइट फिल्टर जीवाणु और मिक्रोब को खत्म करता है लेकिन ये अगर खराब हो जाए तो पानी में इनकी बढ़ोत्तरी हो सकती है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है.

RO सिस्टम के प्रदर्शन क्षमता में कमी: फिल्टर का खराब हो जाना सिस्टम की प्रदर्शन क्षमता में कमी कर सकता है, जिससे पानी की सफाई में समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं.

कितने दिन तक काम करता है RO का फिल्टर 

RO सिस्टम के फिल्टर के काम करने की अवधि उसके प्रकार और गुणवत्ता पर निर्भर करती है. आमतौर पर, निम्नलिखित प्रकार के फिल्टर होते हैं और उनकी अवधि निम्नलिखित हो सकती है:

सेडिमेंट फिल्टर: यह फिल्टर धूल, मिट्टी, और अन्य अवशिष्टों को बाहर करने के लिए होता है. इसकी लाइफ आमतौर पर 2 से 6 महीने तक हो सकती है, लेकिन यह उपयोग किए गए पानी की गुणवत्ता पर भी निर्भर करती है.

कार्बन फिल्टर: कार्बन फिल्टर पानी में मौजूद बदबू और रसायनिक पदार्थों को हटाने के लिए होता है. इसकी लाइफ आमतौर पर 6 महीने से 1 वर्ष तक हो सकती है.

RO मेम्ब्रेन: RO मेम्ब्रेन पानी में मौजूद बहुत छोटे रासायनिक मोलेक्यूलों को निकालता है, जिससे पानी की गुणवत्ता में सुधार होता है. इसकी लाइफ आमतौर पर 1 से 2 साल तक हो सकती है.

UV लाइट फिल्टर: UV लाइट फिल्टर लंबे समय तक चल सकता है क्योंकि इसमें एक अल्ट्रावॉयलेट लाइटिंग होती है और इसे से बैक्टीरिया और माइक्रोब्स को खत्म किया जाता है. ये कई सालों तक जस का तस बना रहता है और इस फिल्टर में सबसे कम खराबी आती है.  

कब बदलवाना चाहिए RO का फिल्टर 

बता दें कि आजकल मार्केट में जितने भी RO बिक रहे हैं वो बेहद ही हाईटेक होते हैं और उनमें से ज्यादातर में एक खास फिल्टर LED लाइट और एक अलार्म दिया जाता है. अगर ये लाइट और अलार्म जलने लगा है तो समझ लेना चाहिए कि फिल्टर बदलवाने का समय आ चुका है. इससे आप सही समय पर फिल्टर बदलवा सकते हैं.  

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