गर्मियों का मौसम शुरू हो गया है. इन दिनों फलों का सेवन लोग ज्यादा करते है और कई लोग गर्मियों का इंतजार केवल लीची खाने के लिए करते है.
फलों का राजा आम है, यह तो हर कोई बचपन से जानता है. लेकिन फलों की रानी लीती को कहा जाता है. ऐसा कह सकते है कि फलों में आम के बाद लीची की बादशाहत है.
लीची एक ऐसा फल है जो बच्चों से लेकर बड़ों तक सबको बेहद पसंद होती है और शौक से खाते है.
दरअसल, लीची को सबसे रसीले फलों के तौर पर जाना जाता है. वहीं शाही लीची को लीची की सर्वोत्तम किस्म माना जाता है. ये खाने में काफी ज्यादा स्वादिष्ट होती है.
इसी शाही लीची की राजधानी बिहार के मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) को कहा जाता है.
दरअसल, मुजफ्फरपुर में बहुत बड़ी संख्या में लीची का उत्पादन होता है. यहां उगाई जाने वाली लीची की विभिन्न किस्मों में 80 प्रतिशत हिस्सा केवल शाही लीची का है. इसी वजह से मुजफ्फरपुर को शाही लीची की राजधानी कहा जाता है.
मुजफ्फरपुर की मिट्टी में उगने वाली शाही लीची के स्वाद काफी अलग होता है और इसकी सुगंध भी काफी अलग होती है.
शाही लीची की पैदावार मुजफ्फरपुर के साथ-सथ बड़ी संख्या में झारखंड, उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के तराई इलाकों में भी की जाती है.
वहीं उत्तराखंड में इस लीची को शाही और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में इसे मुजफ्फरपुर के नाम से जाना जाता है.