सूरत ही नहीं सीरत से भी खूबसूरत हैं ये IFS ऑफिसर, खुद पढ़ते हुए गरीब बच्चों को दी कोचिंग, फिर क्रैक किए इतने एग्जाम
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सूरत ही नहीं सीरत से भी खूबसूरत हैं ये IFS ऑफिसर, खुद पढ़ते हुए गरीब बच्चों को दी कोचिंग, फिर क्रैक किए इतने एग्जाम

IFS Success Story: आईएफएस अफसर संचिता शर्मा ने पंजाब यूनिवर्सिटी से केमिकल इंजीनियरिंग की डिग्री ली है. सोशल वर्क में दिलचस्पी रखने वालीं संचिता ने अपनी पढ़ाई के दौरान उन्होंने गरीब बच्चों को फ्री कोचिंग भी दी. 

सूरत ही नहीं सीरत से भी खूबसूरत हैं ये IFS ऑफिसर, खुद पढ़ते हुए गरीब बच्चों को दी कोचिंग, फिर क्रैक किए इतने एग्जाम

IFS Sanchita Sharma: पुराने लोग अक्सर कहते हैं कि अच्छे कर्म करने वालों के साथ हमेशा अच्छा ही होता है. इसी कहावत को चरितार्थ करती है भारतीय वन अधिकारी संचिता शर्मा, जिन्होंने यूनिवर्सिटी में अपनी पढ़ाई के दौरान थोड़ा सा वक्त निकालकर गरीब बच्चों को फ्री में कोचिंग पढ़ाई थीं. आज सफलता की कहानी में जानेंगे पंजाब की रहने वालीं संचिता शर्मा क बारे में, जिन्होंने एक नहीं दो-दो कठिन प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता हासिल की... 

UPPSC के बाद निकाला यूपीएससी एग्जाम
संचिता ने 2019 में पीसीएस की परीक्षा दी थी.अपने पहले प्रयास में वह सफल नहीं हो पाईं. इसके बाद उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) की पीसीएस 2020 परीक्षा में टॉप किया और वब एसडीएम बनीं. संचिता को खुद पर इतना तो भरोसा था कि वह इस परीक्षा को पास कर लेंगी, लेकिन टॉपर बनने की उम्मीद खुद उन्हें भी नहीं थी. एसडीएम बनने के बाद भी उन्होंने तैयारी जारी रखी और इसके एक साल बाद वह 2021 में यूपीएससी क्रैक करके आईएफएस अधिकारी बनीं.

संचिता की सफलता की कहानी
पंजाब के शहीद भगत सिंह नगर रहने वालीं संचिता ने पंजाब यूनिवर्सिटी से बीई केमिकल इंजीनियरिंग की और फिर एमबीए कंप्लीट किया. सरकारी नौकरी के लिए आयोजित होने वाली प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए संचिता ने कोचिंग सेंटर में दाखिला लिया था. अपनी पढ़ाई पूरी करने के दौरान संचिता गरीब बच्चों को फ्री में कोचिंग दिया करती थीं और फिर अन्य समाज सेवाओं में भी अपना योगदान देने लगीं.

परिवार ने दिया पूरा साथ
संचिता ने बताया कि उनकी तैयारी में उनके घर वालों ने उनका काफी सपोर्ट किया. संचिता शर्मा पंजाब की रहने वाली हैं. उनके पिता चंद्र शेखर फार्मासिस्ट और मां ज्योति सहजपाल लेक्चरर हैं. उनकी बड़ी बहन निवेदिता डेंटिस्ट और छोटा भाई निर्मल वकील है. संचिता ने पढ़ाई पूरी करने के बाद कुछ समय प्राइवेट जॉब भी की थी.

बचपन का सपना किया पूरा 
जॉब करते हुए उन्हें समझ में आ गया था कि वह लाइफ में कुछ और करना चाहती हैं. फिर उन्होंने अपने बचपन के सपने को पूरा करने का फैसला लिया. दरअसल, उनके स्कूल के प्रिंसिपल ने उनसे कहा था कि वह संचिता को लाल बत्ती वाली गाड़ी में बैठे देखना चाहते हैं. तभी से उनके मन में यह बात बैठ गई थी. भारतीय वन सेवा में कार्यरत संचिता शर्मा सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं. इंस्टाग्राम पर उनके हजारों फॉलोअर्स हैं. 

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