इस लोकसभा सीट से वाजपेयी, आडवानी, राजेश खन्ना, पूर्व चुनाव आयुक्त और अमित शाह लड़ चुके हैं चुनाव; 33 सालों से BJP का है अभेद किला

गांधीनगर

लोकसभा इलेक्शन को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां कमर कस चुकी हैं. वहीं, गुजरात के गांधीनगर लोकसभा सीट पर लड़ाई काफी दिलचस्प हो गई है.

बीजेपी के चाणक्य

सभी लोगों की निगाहें, गांधीनगर लोकसभा सीट पर है क्योंकि, इस सीट पर बीजेपी के चाणक्य अमित शाह चुनावी मैदान में हैं.

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह

साल 2019 लोकसभा इलेक्शन में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने यहाँ से रिकॉर्ड मतों से जीत हासिल की थी. गांधी नगर सीट बीजेपी के लिए अभेद किला है.

सांसद सोमचंदभाई सोलंकी

यह निर्वाचन क्षेत्र साल 1967 में बनाया गया था और इस सीट से पहले सांसद सोमचंदभाई सोलंकी बने थे, जो कांग्रेस के कैंडिडेट थे.

लेकिन साल 1889 से यह लोकसभा सीट बीजेपी का गढ़ बन गया. 1989 के चुनाव में शंकर सिंह वाघेला जीते थे.

पूर्व पीएम अटल बिहारी

वहीं, लोकसभा इलेक्शन 1991 में पूर्व उप-प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी लोकसभा सांसद बने. फिर साल 1996 में पूर्व पीएम अटल बिहारी इलेक्शन लड़े और जीते.

लोकसभा इलेक्शन

लेकिन उन्होंने इस सीट से इस्तीफा दे दिया था. क्योंकि वह यूपी में लखनऊ से भी लोकसभा इलेक्शन जीते थे और उनको लखनऊ का प्रतिनिधित्व करना था.

गांधीनर लोकसभा

जिसकी वजह से गांधीनर लोकसभा सीट पर उपचुनाव हुआ और इस सीट से विजय पटेल ने जीत दर्ज की और कांग्रेस के कैंडिडेट एक्टर राजेश खन्ना को हराया था.

लालकृष्ण आडवाणी

फिर साल 1999 से लगातार 2019 तक लालकृष्ण आडवाणी लोकसभा सांसद चुने गए थे. इस सीट से आडवाणी लगातार 6 बार चुने गए.

टी. एन. शेषन

वहीं, 2004 लोकसभा इलेक्शन में लालकृष्ण आडवाणी ने पूर्व इलेक्शन कमीश्नर टी. एन. शेषन एक लाख से ज्यादा मतों से हराया था.

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