Zakia Wardak Resigned: वारदाक ने दो साल से ज्यादा वक्त तक मुंबई में अफगान महावाणिज्य दूत के पोस्ट पर काम किया है. इसके बाद उन्होंने पिछले साल के आखिरी में नई दिल्ली में अफगानिस्तान की एक्टिंग डिप्लोमैट के तौर पर कार्यभार संभाला था.
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Afghan Diplomat Zakia Wardak Resigned: इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ अफगानिस्तान की सीनियर राजनयिक जकिया वारदाक ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. जाकिया को पिछले महीने मुंबई हवाई अड्डे पर 18.6 करोड़ रुपये मूल्य के 25 किलोग्राम सोने की तस्करी की कोशिश करते हुए पकड़ा गया था.
वारदाक ने दो साल से ज्यादा वक्त तक मुंबई में अफगान महावाणिज्य दूत के पोस्ट पर काम किया है. इसके बाद उन्होंने पिछले साल के आखिरी में नई दिल्ली में अफगानिस्तान की एक्टिंग डिप्लोमैट के तौर पर कार्यभार संभाला था.
वारदाक ने सोशल मीडिया अकाउंट ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि उन पर हुए कई निजी हमलों की वजह से उन्होंने अपने इस्तीफा देने का फैसला किया है. हालांकि उन्होंने 25 अप्रैल को मुंबई हवाई अड्डे पर रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) द्वारा उनसे 25 किलोग्राम सोना जब्त करने संबंधी खबरों का जिक्र नहीं किया.
मेंDRI ने संभवतया वारदाक को इस लिए गिरफ्तार नहीं किया, क्योंकि उन्हें राजनयिक छूट मिल हुआ है. उन्होंने कहा, "बड़े अफसोस के साथ मैं भारत में अफगानिस्तान के वाणिज्य दूतावास और हाई कमीशन अपनी भूमिका से हटने के अपने फैसले का ऐलान करती हूं. यह पांच मई से प्रभावी होगा."
उन्होंने कहा, "पिछले साल मैंने कई निजी हमलों और मानहानि का सामना किया. ये न सिर्फ मेरे उपर था बल्कि मेरे परिवार और रिश्तेदारों पर भी थे." भारतीय अफसरों ने वारदाक के इस्तीफे पर फिलहाल कोई टिप्पणी नहीं की है.
क्या है पूरा मामला
उल्लेखेनीय है कि वारदाक (58) अपने बेटे के साथ शाम करीब 5.45 बजे दुबई से मुंबई पहुंचीं थीं. दोनों ने ग्रीन चैनल का उपयोग किया था. वे हवाई अड्डे से बाहर निकल ही रहे थे तभी डीआरआई के अफसरों ने उन्हें रोका और तलाशी ली. दोनों के बैगों की जांच की गई लेकिन उनमें कुछ भी प्रतिबंधित समान नहीं था.
हालांकि, महिला अफसर ने जब वार्डक को एक अलग कमरे में ले जाकर जांच की तो सोने का पता चला. DRI अफससरों ने वार्डक द्वारा पहने गए अनुकूलित कपड़ों में छिपाए गए 25 पीले रंग की धातु की छड़ें बरामद किए, जिनमें से प्रत्येक का वजन एक किलोग्राम था. सूत्रों ने कहा कि उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया क्योंकि उन्हें राजनयिक छूट प्राप्त है, जबकि उसके बेटे के पास से कोई प्रतिबंधित सामान नहीं मिला.