Barmer latest News: बाड़मेर जिला मुख्यालय स्थित जिला कारागृह में सुरक्षा नियमों को तक पर रखकर जेल प्रशासन की मिली भगत से जेल में बंद कैदी खुलेआम सीसीटीवी की नजर में बेखौफ होकर मोबाइल फोन का उपयोग कर अपना नेटवर्क चला रहे हैं. देर रात बाड़मेर उपखंड अधिकारी सहित पुलिस अधिकारियों ने जेल पहुंचकर तलाशी ली तो दो मोबाइल फोन बरामद हुए.
Trending Photos
Barmer latest News: राजस्थान के बाड़मेर जिला मुख्यालय स्थित जिला कारागृह में सुरक्षा नियमों को तक पर रखकर जेल प्रशासन की मिली भगत से जेल में बंद कैदी खुलेआम सीसीटीवी की नजर में बेखौफ होकर मोबाइल फोन का उपयोग कर अपना नेटवर्क चला रहे हैं. देर रात बाड़मेर उपखंड अधिकारी सहित पुलिस अधिकारियों ने जेल पहुंचकर तलाशी ली तो दो मोबाइल फोन बरामद हुए. जबकि सीसीटीवी कैमरे में चार कैदी मोबाइल का उपयोग करते नजर आए.
बाड़मेर जिला कारागृह में पहले भी कई बार मोबाइल फोन, अफीम का दूध सहित कई प्रतिबंधित सामग्री जेल में बरामद हुई है और लंबे समय से जेल में मोबाइल फोन का खुलेआम इस्तेमाल होने की शिकायत मिल रही थी लेकिन प्रशासन के अधिकारी गहरी नींद में सो रहे थे. आखिरकार देर रात अधिकारियों की नींद खुली बाड़मेर उपखंड अधिकारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सहित अन्य कई पुलिस थानों का जाब्ता जेल पहुंचा और जेल में लगे सीसीटीवी कैमरा को खंगाला गया तो उसमें खुलेआम चार कैदी मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते देखे गए.
यह भी पढ़ें- अघोषित बिजली कटौती से लोग परेशान, पीक आवर्स में एक्सचेंज से भी नहीं हो पा रहा...
जेल में बैरेक की तलाशी के दौरान पुलिस व प्रशासन को दो मोबाइल बरामद हुए. सघन तलाशी के बाद भी पुलिस व प्रशासन की टीम ने दो मोबाइल फोन को बरामद नहीं कर पाई. इसके बाद उपखंड अधिकारी ने कोतवाली थाने में मामला दर्ज करवाया. जिसकी कोतवाली थानाधिकारी लेखराज जांच कर रहे हैं.
जेल संबंधित उपखंड अधिकारी के क्षेत्राधिकार में आती है और जेल परिसर से सटे हुए आवास में रहने के बावजूद भी बाड़मेर उपखंड अधिकारी ने लंबे समय से जेल का औचक निरीक्षण नहीं किया. रात को भी निरीक्षण करने के बाद उपखंड अधिकारी ने सरकारी तंत्र की नाकामी व मिली भगत को छुपाने के लिए इस मामले पर कुछ भी बोलने से इनकार करते हुए गाड़ी में बैठकर रवाना हो गए.
जेल में बाहर आरएसी व अंदर जेल प्रहरियों का सुरक्षा पहरा होता है. जेल में बंदी व ड्यूटी जाने वाले हर कर्मचारी की आधुनिक सुरक्षा उपकरणों से जांच पड़ताल के बाद अंदर प्रवेश दिया जाता है उसके बावजूद भी बंदी खुलेआम जेल में मोबाइल का उपयोग कर रहे हैं. जो जेल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े कर रहे हैं.