पटना साहिब गुरुद्वारा को महाराजा रंजीत सिंह ने बनवाया है. यह स्थापत्य कला का शानदार नमूना है.
पटना साहिब गुरुद्वारा सिखों के दसवें गुरु श्री गोबिन्द सिंह का जन्मस्थान है.
महाबोधि विहार या महाबोधि मन्दिर उसी स्थान पर है, जहां गौतम बुद्ध ने ईसा पूर्व 6वीं शताब्दी में ज्ञान प्राप्त किया था.
यूनेस्को ने महाबोधि मन्दिर को विश्व धरोहर घोषित किया है.
बोध गया में महाबोधि विहार या महाबोधि मन्दिर स्थित प्रसिद्ध बौद्ध विहार है.
साल 1812 ई से लेकर 1904 ई के बीच ब्रिटिश यात्री आरएन मार्टिन, फ्रांसिस बुकानन और ब्लाक ने इस मंदिर का दौरा किया था.
मुंडेश्वरी मंदिर की ऊंचाई करीब 600 फीट है.
कैमूर के रामगढ़ गांव के पंवरा पहाड़ी पर मुंडेश्वरी मंदिर स्थित है.
शेरशाह सूरी का मकबरा सासाराम के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से है.
शेरशाह सूरी के मकबरा को बिहार के पठान की याद में बनाया गया था.
राज्य के सासाराम में शेरशाह सूरी का मकबरा स्थित है. 16 अगस्त 1545 में इसका निर्माण कराया गया था.
पटना साहिब गुरुद्वारा को महाराजा रंजीत सिंह ने बनवाया गया है. यह स्थापत्य कला का शानदार नमूना है.