US on CAA: सीएए पर करीब से नजर रख रहा है अमेरिका; विदेश विभाग का बड़ा बयान
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US on CAA: सीएए पर करीब से नजर रख रहा है अमेरिका; विदेश विभाग का बड़ा बयान

US on CAA: यूएस का सीएए को लेकर बयान आया है. विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा है कि वह इस कानून पर करीब से नजर बनाए हुए हैं. पूरी खबर पढ़ें.

US on CAA: सीएए पर करीब से नजर रख रहा है अमेरिका; विदेश विभाग का बड़ा बयान

US on CAA: संयुक्त राज्य अमेरिका ने गुरुवार को कहा कि वह भारत में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) नियमों के नोटिफिकेशन को लेकर फिक्रमंद है. विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि अमेरिका अधिनियम के कार्यान्वयन पर बारीकी से नजर रख रहा है. मिलर ने दैनिक ब्रीफिंग में एक सवाल के जवाब में कहा, "हम 11 मार्च को नागरिकता (संशोधन) अधिनियम के नोटिफिकेशन के बारे में फिक्रमंद हैं.

हम बारीकी से रख रहे हैं नजर

उन्होंने आगे कहा,"हम बारीकी से निगरानी कर रहे हैं कि इस अधिनियम को कैसे लागू किया जाएगा. धार्मिक स्वतंत्रता का सम्मान और सभी समुदायों के लिए कानून के तहत समान व्यवहार मौलिक लोकतांत्रिक सिद्धांत हैं." बता दें, भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने सोमवार को सीएए लागू कर दिया था. यह कानून पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से 31 दिसंबर 2014 से पहले भारत में आने वाले बिना दस्तावेज वाले गैर-मुस्लिम प्रवासियों के लिए नागरिकता देता है. यह विकास संसद के जरिए पारित होने के चार साल बाद आया है.

अपोजीशन लीडरान कर रहे हैं विरोध

इस कानून के आने के बाद अपोजीशन लीडरान ने इसकी मुखालिफत शुरू कर दी है. लीडरान का कहना है कि "असंवैधानिक", "भेदभावपूर्ण" और संविधान में निहित "नागरिकता के धर्मनिरपेक्ष सिद्धांत" का उल्लंघन हैं. सीएए के आलोचकों ने यह भी तर्क दिया कि मुसलमानों को इसके दायरे से बाहर करके और नागरिकता को धार्मिक पहचान से जोड़कर, कानून भारतीय संविधान में निहित धर्मनिरपेक्ष सिद्धांतों को कमजोर करता है..

हालांकि, केंद्र सरकार का कहना है सीएए नागरिकता देने वाला कानून है, यह किसी की नागरिकता छीनने वाला कानून नहीं है. गुरुवार को समाचार एजेंसी एएनआई के साथ एक साक्षात्कार में, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सीएए को कभी वापस नहीं लिया जाएगा और भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार इसके साथ कभी समझौता नहीं करेगी. उन्होंने आगे कहा,"हमारे देश में भारतीय नागरिकता सुनिश्चित करना हमारा सॉवरेन अधिकार है, हम इस पर कभी समझौता नहीं करेंगे और सीएए कभी वापस नहीं लिया जाएगा."

इसके साथ ही अमित शाह ने कहा,"विपक्ष के पास कोई और काम नहीं है. उनका इतिहास है कि वह कहते कुछ हैं और करते कुछ हैं. हालांकि, प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी का इतिहास अलग है. बीजेपी या पीएम मोदी जो कहते हैं वह पत्थर पर गढ़ा हुआ जैसा है. पीएम मोदी के जरिए दी गई हर गारंटी पूरी हुई है."

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