भारत-पाक युद्ध 1965 विजय दिवस के खास मौके पर बिलासपुर में लोगों ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि
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भारत-पाक युद्ध 1965 विजय दिवस के खास मौके पर बिलासपुर में लोगों ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि

India-PAK News: भारत पाकिस्तान 1965 युद्ध विजय दिवस के ख़ास अवसर पर शहीद स्मारक बिलासपुर में पूर्व सैनिकों ने शहीदों को पुष्पचक्र अर्पित कर दी श्रद्धांजलि तो विशिष्ठ सेवा मेडल ब्रिगेडियर जगदीश वर्मा ने 1965 युद्ध की जानकारी देते हुए शहीदों को किया नमन तो भारतीय सेना के जवानों के लिये 1965 युद्ध की जीत का हमेशा विस्मरणीय रहने की कही बात.

भारत-पाक युद्ध 1965 विजय दिवस के खास मौके पर बिलासपुर में लोगों ने शहीदों को दी श्रद्धांजलि

Bilaspur News: हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में भारत पाकिस्तान युद्ध 1965 विजय दिवस के खास मौके पर शहीद स्मारक बिलासपुर में वीर बलिदानी दिवस के रूप में मनाया गया. जहां पूर्व सैनिकों द्वारा युद्ध में शहीद हुए वीर जवानों को पुष्पचक्र अर्पित कर नमन किया गया. 

पूर्व सैनिक कल्याण समिति हिमाचल प्रदेश द्वारा आयोजित इस श्रद्धांजलि दिवस के मौके पर विशिष्ट सेवा मंडल से सम्मानित ब्रिगेडियर जगदीश वर्मा ने शिरकत कर भारत पाक 1965 युद्ध में शहीद हुए देश के वीर जवानों को पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि देने का काम किया. जिसके बाद भारत माता की जय के साथ शहीदों को नमन भी किया. गौरतलब है कि 5 अगस्त 1965 से शुरू हुआ भारत पाकिस्तान का युद्ध 23 सितंबर 1965 तक 50 दिनों तक चला था जिसमें भारतीय सेना के 3000 जवानों ने मातृ भूमि की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर किये थे.

जिसमें 130 जवान हिमाचल प्रदेश के भी शामिल थे. वहीं इस युद्ध में 3,800 पाकिस्तानी सैनिक भी मारे गए थे. वहीं यह संघर्ष पाकिस्तान के ऑपरेशन जिब्राल्टर के बाद शुरू हुआ. जिसे सेना की घुसपैठ के लिए डिज़ाइन किया गया था.  जम्मू और कश्मीर में भारतीय शासन के खिलाफ विद्रोह की साजिश रची गयी थी और अगस्त 1965 पाकिस्तानी सेना के करीब 33 हजार सैनिक लाइन ऑफ कंट्रोल (LOC) को पार कर चुके थे, जिसके बाद भारतीय सेना ने बुलंद हौसले के साथ पाकिस्तानी सेना को बुरी तरह LOC से पीछे धकेलने का काम किया था. 

वहीं, सत्रह सप्ताह के युद्ध में दोनों पक्षों के हजारों लोग हताहत हुए और द्वितीय विश्व युद्ध के बाद बख्तरबंद वाहनों की यह सबसे बड़ी लड़ाई और सबसे बड़ी टैंक लड़ाई देखी गई. वहीं सोवियत संघ और संयुक्त राज्य अमेरिका के राजनयिक हस्तक्षेप और उसके बाद ताशकंद घोषणा जारी होने के बाद यूएनएससी संकल्प 211 के माध्यम से युद्धविराम की घोषणा के बाद दोनों देशों के बीच शत्रुता समाप्त हो गई थी. 

अधिकांश युद्ध कश्मीर में और भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर देशों की भूमि सेनाओं द्वारा लड़े गए थे. वहीं 1965 भारत पाक युद्ध की जानकारी देते हुए ब्रिगेडियर जगदीश वर्मा ने कहा कि 1965 युद्ध में विजय प्राप्त करने के बाद भारतीय सेना का मनोबल अधिक बढ़ गया. जिसके चलते 1971 का युद्ध भी भारतीय सेना ने ही जीता था और ईस्ट पाकिस्तान का भाग अलग कर पाकिस्तान के दो टुकडने करने में भारत कामयाब रहा. वहीं पूर्व सैनिक कल्याण समिति के कार्यवाहक अध्यक्ष सूबेदार मेजर सर्वजीत सिंह ने कहा कि सन 1965 के युद्ध में दोनों ही देशों ने पहली मर्तबा वायु सेना का इस्तेमाल किया था और इस युद्ध में भारतीय सैनिकों को बड़ी जीत दर्ज हुई थी जिन्हें याद करते हुए और शहीदों को नमन करते हुए आज बिलासपुर में वीर बलिदानी दिवस के रूप में मनाया गया है और शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई है.

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