रवि प्रदोष व्रत 2023: सावन में प्रदोष करने से बरसेगी भोलेबाबा की कृपा, जानें इसके नियम और लाभ

रवि प्रदोष व्रत बहुत शुभ माना जाता है और कहा जाता है कि शिव जी को प्रसन्न करने के लिए रवि प्रदोष व्रत जरूर करना चाहिए. रवि प्रदोष व्रत मनचाहा वर, नौकरी एंव व्यापार में तरक्की के रास्ते खोलता है.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jul 27, 2023, 03:26 PM IST
  • ओम नमः शिवाय का जाप करें.
  • व्रत करने से धन की प्राप्ति होती है.
रवि प्रदोष व्रत 2023: सावन में प्रदोष करने से बरसेगी भोलेबाबा की कृपा, जानें इसके नियम और लाभ

नई दिल्ली: प्रदोष व्रत हर महीने की त्रयोदशी को मनाया जाता है. वहीं, इस बार श्रावण मास का दूसरा प्रदोष व्रत 30 जुलाई रविवार को पड़ रहा है. 'रवि' शब्द का अर्थ है 'सूर्य' और 'प्रदोष' का अर्थ है 'घटता चंद्रमा', इसलिए रवि प्रदोष वह व्रत है जो घटते चंद्रमा के दिन मनाया जाता है. जब सूर्य लग्न के साथ संयोग में होता है. यह संयोग बहुत ही शुभ माना जाता है, इसलिए रवि प्रदोष व्रत बहुत शुभ और मनोकामना को पूरा करने वाला माना जाता है.

3 शुभ योग में सावन का दूसरा प्रदोष 2023 -

सिद्धि योग-- 30 जुलाई, सुबह 05 बजकर 41 मिनट से रात 09 बजकर 32 मिनट तक रहेगा.
इंद्र योग-- संध्या काल 04 बजकर 20 मिनट से सुबह 06 बजकर 34 मिनट तक चलेगा. 
रवि योग--  रात 09 बजकर 32 मिनट से अगले दिन सुबह 05 बजकर 42 मिनट तक चलेगा.
श्रावण त्रयोदशी तिथि--  30 जुलाई को सुबह 10 बजकर 34 मिनट से लेकर 31 जुलाई सोमवार की सुबह 07 बजकर 26 मिनट तक.
प्रदोष व्रत पूजा का मुहूर्त- शाम 07 बजकर 14 मिनट से लेकर रात 09 बजकर 19 मिनट तक

कैसे करें प्रदोष व्रत के दिन की शुरुआत - 
 
1. व्रत के दिन शिव मंदिर जाएं और भगवान शिव को फूल, बेलपत्र, दूध चढ़ाते हुए ओम नमः शिवाय का जाप करें.
2. व्रत के दिन हल्के रंग के कपड़े पहनें जैसे– सफेद, पीला और हरा रंग चुने.
3. घर के मंदिर मे धूप-बत्ती करके शिव जी भोग लगाएं.
4. किसी भी कलेश से बचें. व्रत वाले दिन शांति का पालन करें. 
5. भगवान शिव के लिए कुछ मीठा भोग बनाएं जैसे – खीर या चन्नामृत. 
6. व्रत के दिन सूर्योदय से सूर्यास्त तक अन्न और पानी से परहेज रखें. 
7. अगर आप चाहे तो सूर्यास्त के बाद फल और भोग से उपवास खोल सकते हैं.
8. रवि प्रदोष व्रत के दिन शिव जी के साथ-साथ सूर्य देव की भी पूजा करें.

रवि प्रदोष व्रत करने के लाभ - 

1. ऐसा माना जाता है कि रवि प्रदोष व्रत का पालन करने से स्वास्थ्य में सुधार होता है. ऐसा इसलिए क्योंकि व्रत शरीर और मन को शुद्ध करने में मदद करता है.
2. रवि प्रदोष व्रत करने से धन की प्राप्ति होती है.  यह व्रत भगवान शिव को समर्पित है, जो धन के देवता हैं.
3. रवि प्रदोष व्रत से बाधाएं दूर होती हैं, क्योंकि शिव अपने भक्तों पर हमेशा कृपा-दृष्टि रखते हैं.
4. अगर आपको शादी के लिए अच्छा रिश्ता नहीं मिल रहा तो रवि प्रदोष व्रत करने से आपको मनचाहा वर मिल जाएगा.
5. परिवार मे अगर कलह का माहौल रहता है, तो आप रवि प्रदोष व्रत करें. परिवार में शांति बनेगी.
6. अगर नौकरी मिलने मे बाधा आ रही है तो रवि प्रदोष व्रत करने से नौकरी मिलने के रास्ते खुल जाएंगे.

Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.

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