TikTok bill: US हाउस में टिक टॉक के खिलाफ प्रस्ताव पारित, सांसदों ने किया भारत के इस फैसले का जिक्र
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TikTok bill: US हाउस में टिक टॉक के खिलाफ प्रस्ताव पारित, सांसदों ने किया भारत के इस फैसले का जिक्र

US TikTok billअमेरिकी सांसदों ने कंपनी के मौजूदा ओनरशिप स्ट्रक्चर को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक खतरा मानते हुए यह कदम उठाया है. 

TikTok bill: US हाउस में टिक टॉक के खिलाफ प्रस्ताव पारित, सांसदों ने किया भारत के इस फैसले का जिक्र

US House: अमेरिका की प्रतिनिधि सभा ने बुधवार को एक विधेयक पारित किया. इसे विधेयक में कहा गया है कि लोकप्रिय वीडियो ऐप टिकटॉक का चीनी मालिक अगर इसे नहीं बेचता है तो एप पर राष्ट्रव्यापी बैन लगाया जाए. खास बात यह है कि 2020 में टिकटॉक पर प्रतिबंध लगाने के भारत के 'साहसिक कदम' का हवाला देते हुए, अमेरिकी सांसदों ने बुधवार को चीनी ऐप के बारे में बिल के समर्थन में दलील दी.

अमेरिकी सांसदों ने कंपनी के मौजूदा ओनरशिप स्ट्रक्चर को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक खतरा मानते हुए यह कदम उठाया है. प्रतिनिधि सभा में इस विधेयक के पक्ष में 352 और विपक्ष में 65 वोट पड़े, जिससे यह विधेयक ध्वनिमत से पारित हो गया.

सासंद ने किया भारत के फैसले का जिक्र
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेसमेन ग्रेग मर्फी के ऑफिस के एक बयान में कहा गया, '2020 में, भारत ने राष्ट्रीय सुरक्षा पर जोर देते हुए हुए, टिकटॉक सहित 59  ऐप्स पर प्रतिबंध लगा दिया.”

बयान में कहा गया है, ‘टिकटॉक के अधिकारियों में पारदर्शिता की कमी और यूजर्स की प्राइवेसी और जानकारी की रक्षा करने की उनकी अनिच्छा ने यूरोपीय संघ और कनाडा जैसी पड़ोसी सरकारों को भी सरकारी उपकरणों पर एप्लिकेशन के इस्तेमाल पर बैन लगाने के लिए प्रोत्साहित किया है.’

बता दें 2020 में, नरेंद्र मोदी सरकार ने 59 एप्स पर बैन लगा दिया, जिनमें ज्यादातर चीनी थे. बैन किए गए एप में टिकटॉक भी शामिल था. भारत सरकार ने जताते हुए कि ये एप्स 'भारत की संप्रभुता और अखंडता, भारत की रक्षा, राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए हानिकारक' हैं, यह कदम उठाया था. यह बैन गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प के कुछ दिनों बाद लगाया गया था. 

फैसला टिकटॉक को करना है’
सांसदों का तर्क है कि बाइटडांस चीनी सरकार के समक्ष नतमस्तक है, जो जब चाहे अमेरिका में टिकटॉक के यूजर्ज के डेटा तक पहुंच की मांग कर सकती है.

चीन के कई सारे राष्ट्रीय सुरक्षा कानूनों से यह खतरा उपजा है, जो संगठनों को खुफिया जानकारी एकत्र करने में सहयोग के लिए मजबूर करता है.

वहीं कैथी मैकमॉरिस रॉजर्स ने कहा, ‘हमने टिकटॉक को साफ-साफ शब्दों में विकल्प चुनने का मौका दिया है. अपनी मूल कंपनी बाइटडांस से अलग हो जाइए, जो सीसीपी (चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी) के आगे नतमस्तक है और अमेरिका में अपना ऑपरेशन जारी रखिये. वहीं अगर आप सीसीपी के पक्ष में हैं तो परिणाम भुगतिए. फैसला टिकटॉक को करना है.’

विधेयक के साथ आगे क्या हो सकता है?
अब यह विधेयक सीनेट में जाएगा, जहां इसके पारित होने की संभावनाएं स्पष्ट नहीं हैं. अमेरिका में टिकटॉक के 15 करोड़ से अधिक यूजर्स हैं. टिकटॉक, चीनी टेक्नोलॉजी फर्म बाइटडांस लिमिटेड के पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है.

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