गर्मी का मौसम आते ही रसदार तरबूज की डिमांड बढ़ जाती है. ये मीठा और रसीला फल न सिर्फ प्यास बुझाता है बल्कि शरीर को हाइड्रेट रखने में भी काफी मदद करता है.
तरबूज में विटामिन-ए और सी, लाइकोपीन नामक एंटीऑक्सीडेंट और जरूरी मिनरल्स भी पाए जाते हैं. ये पोषक तत्व इम्यूनिटी बढ़ाने, पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने और मसल्स के दर्द को कम करने में मदद करते हैं.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि तरबूज खाने का भी एक सही समय और तरीका होता है? आइए जानते हैं कैसे तरबूज के अधिकतम फायदे उठाए जा सकते हैं.
आयुर्वेद के अनुसार सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे के बीच तरबूज खाने का सबसे अच्छा समय माना जाता है. इस दौरान खाया गया तरबूज आसानी से पचता है और शरीर को जरूरी पोषण देता है. शाम के नाश्ते के तौर पर भी तरबूज का सेवन किया जा सकता है, लेकिन शाम 5 बजे से पहले.
रात में तरबूज खाने से बचना चाहिए. इसकी वजह ये है कि तरबूज में नेचुरल रूप से शुगर होता है और रात के समय शरीर की पाचन क्रिया धीमी हो जाती है. ऐसे में रात को तरबूज खाने से पेट फूलना, गैस बनना जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
तरबूज को काटने के 2 घंटे के अंदर ही खा लेना चाहिए. कटे हुए तरबूज को ज्यादा देर के लिए बाहर न रखें. फल को काटने से पहले इसे अच्छी तरह धो लें. बीजों को निकाल कर ही तरबूज खाएं.
डायबिटीज मरीजों को तरबूज का सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए. इसके अलावा, पाचन संबंधी समस्याओं से ग्रस्त लोगों को भी तरबूज का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए.
प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.