अक्सर ऐसा होता है कि गर्म या खूब ठंडा खाने-पीने से दांतों में तेज झनझनाहट महसूस होती है. ऐसे दातों को सेंसिटिव दांत कहा जाता है.
सेंसिटिव दांतों की समस्या बहुत आम है आज वर्ल्ड ओरल हेल्थ डे है. आइए इस मौके पर सेंसिटिव दातों का ध्यान रखने के लिए कुछ टिप्स के बारे में जानते हैं.
कई टूथपेस्ट विशेष रूप से सेंसिटिव दांतों के लिए बनाए जाते हैं. इन टूथपेस्ट में फ्लोराइड या अन्य तत्व होते हैं जो दांतों की सतह को मजबूत करते हैं और झनझनाहट को कम करने में मदद करते हैं.
ब्रश करने के बाद फ्लोराइड माउथवॉश का इस्तेमाल करें. फ्लोराइड दांतों को मजबूत बनाता है और सेंसिटिविटी को कम करता है.
कठोर ब्रिसल वाले टूथब्रश से दांतों का इनेमल खराब हो सकता है, जिससे सेंसिटिविटी बढ़ सकती है. इसलिए, मुलायम ब्रिसल वाले टूथब्रश का इस्तेमाल करें.
एसिडिक फूड प्रोडक्ट, जैसे कि नींबू, सोडा, और शराब, दांतों के इनेमल को खराब कर सकते हैं, जिससे सेंसिटिविटी बढ़ सकती है. इसलिए इन फूड प्रोडक्ट से बचें.
दांतों को पीसना (ब्रुक्सिज्म) सेंसिटिविटी का एक आम कारण है. अगर आप दांतों को पीसते हैं, तो ये इनेमल को प्रभावित करता है जो दांतों के सेंसिटिविटी को बढ़ाता है.
रोज नियमित रूप से दिन में दो बार ब्रश करें. इससे दांतों से प्लाक और बैक्टीरिया हट जाते हैं, जो सेंसिटिविटी का कारण बन सकते हैं. इसके अलावा खाने के बाद कुल्ला जरूर करें.
नमक के पानी से कुल्ला करने से दांतों और मसूड़ों को स्वस्थ रखने में मदद मिलती है. एक गिलास पानी में आधा चम्मच नमक मिलाकर दिन में दो बार कुल्ला करें.
ऑयल पुलिंग (oil pulling) एक प्राचीन आयुर्वेदिक उपचार है जो दांतों और मसूड़ों को स्वस्थ रखने में मदद करता है. 10-15 मिनट तक अपने मुंह में नारियल का तेल घुमाएं और फिर थूक दें.
फ्लॉसिंग से दांतों के बीच फंसे हुए भोजन के कण और गंदगी हट जाते हैं, जो सेंसिटिविटी का कारण बन सकते हैं.
(Disclaimer. यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले चिकित्सीय सलाह जरुर लें. Zee news इसकी पुष्टि नहीं करता है.)