Ajab Gajab News: जेब में 1 पैसा लेकर 9 देशों की सैर कर आया ये 'घुमक्कड़ इंसान', कैसे पॉसिबल हुई 'नामुमकिन ट्रिप'?
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Ajab Gajab News: जेब में 1 पैसा लेकर 9 देशों की सैर कर आया ये 'घुमक्कड़ इंसान', कैसे पॉसिबल हुई 'नामुमकिन ट्रिप'?

Cheapest Country To Travel: ब्रिटेन के इस घुमक्कड़ी इंसान ने अपनी यात्रा के दौरान कई खूबसूरत शहरों की खाक छान मारी. शहरों में हो रही एक्‍ट‍िव‍िटीज में हिस्‍सा लिया और जमकर मस्ती की. डेली मेल में छपी खबर के मुताबिक 29 साल के केर रॉडेन एक बागवानी कंपनी चलाते हैं.

फाइल फोटो

Travel Without Spending Money: कहते हैं कि जब इंसान खुद पर आ जाता है तो कोई भी काम नामुमकिन नहीं होता है. यह लाइन ब्रिटेन के केर रॉडेन पर बिल्कुल फिट बैठती है. केर रॉडेन को एक बार पूरा यूरोप घूमने का मन हुआ, लेकिन जेब में पैसे नहीं थे, पर रॉडेन के पास एक चीज पूरी भरपूर थी और वो था उनका जुनून. घूमने के शौकीन केर रॉडेन अब निकल पड़े अपने सबसे मुश्किल सफर पर, वो भी जेब में सिर्फ एक पैसा लिए हुए. इसी एक पैसे की बदौलत रॉडेन ने वेमाउथ से तुर्की तक 9 देशों की यात्रा कर डाली. अपनी यात्रा के दौरान रॉडेन ने फ्लाइट का सहारा नहीं लिया बल्कि पैदल ही निकल पड़े. सफर के दौरान उन्होंने ठहरने के लिए कोई होटल भी नहीं लिया.

खूबसूरत शहरों की खाक छान मारी

ब्रिटेन के इस घुमक्कड़ इंसान ने अपनी यात्रा के दौरान कई खूबसूरत शहरों की खाक छान मारी. शहरों में हो रही एक्‍ट‍िव‍िटीज में हिस्‍सा लिया और जमकर मस्ती की. डेली मेल में छपी खबर के मुताबिक 29 साल के केर रॉडेन एक बागवानी कंपनी चलाते हैं. केर बताते हैं कि एक तौलिया, कुछ कपड़े, एक झोला, एक टॉर्च और पेनचाइफ लेकर घर से निकल पड़े. उन्होंने वेमाउथ से अपनी जर्नी शुरू की. नदी के पास एक नाव बनाया और एडवेंचर्स ट्रिप पर आगे बढ़ें. इस सफर में उनके पास एक पैसा मौजूद था जिसे उन्होंने पाउंड में बदलवा लिया, जिससे उनके पानी का जुगाड़ हुआ. इस बीच उन्होंने और पैसे जुटाने के लिए मकड़ी, केकड़ों और मछलियों का शिकार किया और उसे चीनी रेस्त्रा में बेचा.

डंपस्टर डाइविंग बना सहारा

इस तरह वो जर्मनी की ओर निकले. बवेरिया में उन्होंने मछली पकड़ने का काम किया जहां इसके लिए उन्हें मुफ्त का खाना मिला. डंपस्टर डाइविंग के सहारे बुडापेस्ट में भोजन का जुगाड़ किया. इसके बाद पैसे जब खत्म होने हो लए तो उन्होंने अपनी नाव बेच दी. इस बीच उन्होंने रास्ते में आम लोगों से भी मदद ली. इसके बाद वो इस्तांबुल के बोस्पोरस ब्रिज पर पहुंचे, इसके बाद जब वो स्‍लोवाक‍िया पहुंचे तब अकेले रहें. केर रॉडेन ने जंगली जानवरों और पुलिस से बचते हुए इस यात्रा को मजेदार अंदाज में खत्म किया.

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