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रतन टाटा का 62 साल पुराना प्यार, बचाने के लिए गिरवी रखने पड़े थे गहने...कहानी टाटा स्टील की

Ratan Tata Birthday Special: 28 दिसंबर को देश के जाने-माने उद्योगपति रतन टाटा का जन्मदिन है।  टाटा ग्रुप को नई ऊंचाईयों पर पहुंचाने वाले रतन टाटा 86 साल के हो जाएंगे। रतन टाटा के बिना टाटा कंपनी की कहानी अधूरी है। रतन टाटा ने अपनी पूरी जिदंगी टाटा को बड़ा बनाने में लगा दिया।  आज कहानी उस कंपनी की, जहां से रतन टाटा ने अपने करियर की शुरुआत की...

कैसे हुई टाटा स्टील की शुरुआत

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कैसे हुई टाटा स्टील की शुरुआत

जब-जब रतन टाटा की बात होगी, तब-तब टाटा स्टील की चर्चा होनी ही है। रतन टाटा ने टाटा स्टील के जमशेदपुर प्लांट से अपने करियर की शुरुआत की।  उन्होंने टाटा स्टील से एक ट्रेनी के लेकर टाटा समूह के चेयरमैन तक का सफर तय किया। टाटा स्टील में एक मजदूर की तरह उन्होंने काम किया। उन्होंने वहां काम करते हुए से सीखा कि कंपनी तो संभालने के लिए उसके हर काम को जानना जरूरी है।  यह कंपनी हमेशा से उनके दिल के करीब है। हालांकि ये भी सच है कि जितनी बात टाटा मोटर्स या टीसीएस की होती है, उतनी चर्चा टाटा स्टील की नहीं होती है। भले ही ये लाइमलाइट में न हो, लेकिन देश की प्रमुख स्टील कंपनियों में से एक है। साल  1907 में शुरू हुई ये कंपनी रतन टाटा से 30 साल बड़ी है। गुलाम भारत से लेकर आजादी की सुबह देखने वाली इस कंपनी ने कई उतार-चढ़ाव झेले हैं।  आज यह कंपनी टाटा के लिए किसी ‘रतन’ से कम नहीं है। 

जब सैलरी तक के नहीं थे पैसे

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जब सैलरी तक के नहीं थे पैसे

एक दौर वो भी आया जब टाटा स्टील के पास अपने कर्मचारियों को सैलरी देने तक के पैसे नहीं थे। 1924 का वो दौर था, जब टाटा स्टील की हालत काफी खराब हो गई थी। टाटा समूह की कमान उस वक्त सर दोराबजी टाटा के हाथों में थी। कंपनी को कैसे बचाया जाए, इसे लेकर मंथल जारी था। सर दोराबजी टाटा को कुछ सूझ नहीं रहा था कि आखिर वो इस वित्तीय संकट के कैसे निकले। 

 

गहने गिरवी रखकर बचाई कंपनी

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 गहने गिरवी रखकर बचाई कंपनी

सर दोराबजी टाटा की पत्नी लेडी मेहरबाई ने अपने गहने सामने रख दिए और उन्हें गिरवी रखकर कंपनी को बचाने की सलाह दी। मेहरबाई के पास लंदन के व्यापारियों से खरीदा हुआ 245.35 कैरेट जुबली हीरे का बना हार था, जो कोहिनूर से भी दोगुना बड़ा था। 1900 के दशक में उसकी कीमत लगभग 1,00,000 पाउंड थी। उन्होंने अपनी बेशकीमती हार को गिरवी रखकर कंपनी को बचाने का फैसला किया।  उनकी इस मदद से टाटा स्टील वित्तीय मुश्किल से बाहर निकल आई।  

क्यों चर्चा में टाटा स्टील

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 क्यों चर्चा में टाटा स्टील

देश की प्रमुख स्टील कंपनी टाटा स्टील काफी चर्चा में है। इसमें दूसरी सहायक कंपनियों का मर्जर हो रहा है। वहीं टाटा समूह की बाकी कंपनियों के मुकाबले टाटा स्टील का शेयर काफी सस्ता है। मौजूदा वक्त में टाटा स्टील के शेयर 135.30 रुपये पर बिक रहे हैं।  

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