पाकिस्तान में कंगाली की एक और 'नजीर', आटा-दाल के बाद अब इस चीज के लिए भी पड़े लाले!
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पाकिस्तान में कंगाली की एक और 'नजीर', आटा-दाल के बाद अब इस चीज के लिए भी पड़े लाले!

Passport: पाकिस्तान के लोग पहले से ही आटा-दाल की कमी से जूझते रहे हैं और अब यह नई आफत आ गई है. एक रिपोर्ट के हवाले से कुछ केस स्टडी सामने आई है कि कैसे वहां लोग परेशान हैं. कैसे एक सरकारी विभाग की लापरवाही के चलते लोगों का सपना टूट रहा है.

पाकिस्तान में कंगाली की एक और 'नजीर', आटा-दाल के बाद अब इस चीज के लिए भी पड़े लाले!

Lamination Paper: पाकिस्तान में महंगाई की मार जनता पर तो पड़ ही रही है इसके साथ ही अब एक और आफत आ गई है. पाकिस्तानी नागरिकों को नए पासपोर्ट हासिल करने में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि देश में लेमिनेशन पेपर की कमी के कारण देश भर में यात्रा दस्तावेजों की कमी हो गई है. पाकिस्तान के पासपोर्ट महानिदेशालय के हवाले से बताया गया है कि लेमिनेशन पेपर फ्रांस से आयात किया जाता है जिसका इस्तेमाल पासपोर्ट में किया जाता है. हालांकि पासपोर्ट महानिदेशालय से जुड़े एक शख्स ने कहा कि सरकार संकट से निपटने की पूरी कोशिश कर रही है और स्थिति जल्द ही नियंत्रण में होगी. लेकिन यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि पाकिस्तान से बाहर जाने वाले इच्छुक लोगों को किस कदर समस्याओं का सामना करना पड़ता है.

सपना टूटने का खतरा
दरअसल, पाकिस्तान के लोग पहले से ही आटा-दाल की कमी से जूझते रहे हैं और अब यह नई आफत आ गई है. न्यूज एजेंसी एएनआई ने एक रिपोर्ट के हवाले से कुछ केस स्टडी को सामने रखा है कि कैसे वहां लोग परेशान हैं. पाकिस्तान में गुजरात के रहने वाले ज़ैन इजाज का लंबे समय से यूनाइटेड किंगडम में पढ़ाई करने का सपना था. जब आख़िरकार उन्हें यूके के एक विश्वविद्यालय में प्रवेश मिल गया, तो ऐसा लगा जैसे उनका सपना पूरा हो गया है. लेकिन उसका पासपोर्ट प्राप्त करने में देरी से अब उसका सपना टूटने का खतरा है. 

कठिनाई का कोई अंत नहीं 
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया कि इजाज जैसे हजारों लोग, जिन्हें अध्ययन, काम या अवकाश के लिए विदेश यात्रा के लिए 'हरे रंग की किताब' (पासपोर्ट) की आवश्यकता होती है, वे फंस गए हैं, उनकी कठिनाई का कोई अंत नहीं दिख रहा है. गुल ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि मैं जल्द ही काम के लिए दुबई जाने के लिए तैयार थी. मैं और मेरा परिवार इस बात से बहुत खुश थे कि आखिरकार हमारी किस्मत बदल जाएगी, लेकिन कुप्रबंधन के कारण मुझे गरीबी और इस देश से बाहर निकलने का अपना स्वर्णिम टिकट खोना पड़ा है. 

सरकारी विभाग की अक्षमता
पेशावर का एक छात्र हीरा भी गुल की ही तरह परेशान है. हीरा ने शिकायत की है कि इटली के लिए मेरा छात्र वीजा हाल ही में स्वीकृत हुआ था और मुझे अक्टूबर में देश में रहना था. हालांकि, पासपोर्ट की अनुपलब्धता ने मुझे जाने का मौका नहीं दिया है. एक सरकारी विभाग की अक्षमता की कीमत चुका रहा हूं. रिपोर्ट के अनुसार, 2013 में, डीजीआई एंड पी द्वारा प्रिंटरों को पैसा देने और लेमिनेशन पेपर्स की कमी के कारण पासपोर्ट की छपाई इसी तरह रुक गई थी.

गृह मंत्रालय ने आश्वासन दिया
डीजीआईएंडपी के बारे में पूछे जाने पर पाकिस्तानी गृह मंत्रालय के मीडिया महानिदेशक कादिर यार तिवाना ने बताया कि सरकार संकट से निपटने की पूरी कोशिश कर रही है. तिवाना ने आश्वासन दिया कि स्थिति जल्द ही नियंत्रण में आ जाएगी और पासपोर्ट जारी करना सामान्य रूप से जारी रहेगा. उन्होंने आगे कहा कि विभाग ने पहले ही बैकलॉग में लगातार गिरावट देखी है.

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