PoK: PoK के स्कर्दू में पाकिस्तान सरकार के खिलाफ क्यों भड़के लोग? हजारों लोगों ने भारत में मिल जाने जाने की दी चेतावनी
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PoK: PoK के स्कर्दू में पाकिस्तान सरकार के खिलाफ क्यों भड़के लोग? हजारों लोगों ने भारत में मिल जाने जाने की दी चेतावनी

Massive Protest againt Pakistan Government: कश्मीर को पाकिस्तान में मिलाने का सपना देखने वाले जिन्ना के मुल्क से पीओके भी हाथ से फिसलता नजर आ रहा है. पीओके के स्कर्दू में हजारों लोगों ने सड़कों पर उतरकर भारत में मिलने की चेतावनी दी. 

PoK: PoK के स्कर्दू में पाकिस्तान सरकार के खिलाफ क्यों भड़के लोग? हजारों लोगों ने भारत में मिल जाने जाने की दी चेतावनी

Massive protest erupts in Skardu: पाक अधिकृत कश्मीर में पाकिस्तानी सरकार के खिलाफ लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है. अपने नेता और शीर्ष शिया धर्मगुरु आगा बाकिर अल-हुसैनी की तत्काल रिहाई की मांग को लेकर हजारों लोग  गिलगित बाल्टिस्तान के स्कर्दू क्षेत्र में इकट्ठा हुए. उन्होंने पाकिस्तानी सरकार के खिलाफ जबरदस्त विरोध प्रदर्शन करते हुए हुसैनी को तुरंत रिहा करने की मांग की. ऐसा न करने पर सरहद पार कर भारत में मिल जाने की चेतावनी दी. प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तानी अधिकारियों और आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर के खिलाफ नारे लगाए. इस दौरान आसिम मुनीर मुर्दाबाद और चलो चलो कारगिल चलो का नारा बुलंद किया गया. 

भारत में विलय की दी चेतावनी

प्रदर्शनकारियों (Massive protest in Skardu) ने मांगें तुरंत पूरी न होने पर गृहयुद्ध और भारत में विलय की चेतावनी दी. इस दौरान पाकिस्तान सरकार के खिलाफ नारे लगाए गए और कसमें खाई गईं. इससे पहले भी पीओके में एक शिया मौलवी के खिलाफ एफआईआर को लेकर स्कर्दू में बड़े पैमाने पर सभाएं हुई थीं और बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन देखा गया था. स्कर्दू में शिया समुदाय ने भी ईशनिंदा कानूनों में संशोधन पर अपना असंतोष व्यक्त किया है.

शिया मौलवी की गिरफ्तारी से नाराजगी

मामला बाकिर अल-हुसैनी की टिप्पणी से जुड़ा है जिसे कुछ लोगों ने 'ईशनिंदा' बताया था. 22 अगस्त को बाकिर की टिप्पणी (Massive protest in Skardu) के खिलाफ सुन्नी बहुल डायमेर जिले में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया. उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शनकारियों ने काराकोरम राजमार्ग (केकेएच) को दो दिनों तक अवरुद्ध कर दिया था. प्रदर्शनकारियों ने बाकिर के बयान को ईशनिंदा बताते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग की थी. प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों को समझाने और केकेएच को खुलवाने की कोशिश की लेकिन वह अपने प्रयासों में असफल रहा. 

ईशनिंदा की आलोचना पर मौलवी अरेस्ट

इस प्रदर्शन के जवाब में शिया-बहुल स्कर्दू (Massive protest in Skardu) में भी भारी विरोध प्रदर्शन और रैलियां आयोजित की गईं. लोगों ने बाकिर के खिलाफ एफआईआर को रद्द करने की मांग की और कहा कि बाकिर अपने बयान के लिए माफी नहीं मांगेंगे. बाकिर ने पहले कहा था कि वह अपने रुख पर कायम हैं और कभी माफी नहीं मांगेंगे, चाहे उनके खिलाफ कितनी भी एफआईआर दर्ज हो या उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाए या मार दिया जाए.

कारगिल का रास्ता खोलने की मांग

प्रदर्शनकारियों (Massive protest in Skardu) ने कहा कि अगर प्रशासन पंजाब के लिए राजमार्ग खुला नहीं रख सकता है तो वे भी वहां नहीं जाना चाहते हैं. इसके बजाय वे कारगिल के लिए मार्ग खोलने के लिए कहें. इलाके में मौजूदा कानून-व्यवस्था की स्थिति के मद्देनजर प्रशासन ने स्कर्दू में सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने का फैसला किया है. केकेएच के बंद होने के कारण कथित तौर पर कई पर्यटक क्षेत्र में फंसे हुए हैं. सोशल मीडिया पर हाईवे खोले जाने की खबरें सामने आ रही हैं लेकिन यह अभी भी पूरी तरह से नहीं खुला है और माहौल काफी तनावपूर्ण बना हुआ है.

(एजेंसी ANI)

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