लड़की ने नाक से नथुनी का स्क्रू ही खींच लिया अंदर, डॉक्टर को करनी पड़ गई सर्जरी
Advertisement
trendingNow12222942

लड़की ने नाक से नथुनी का स्क्रू ही खींच लिया अंदर, डॉक्टर को करनी पड़ गई सर्जरी

Shocking News: 35 साल की वर्षा साहू ने बताया कि वह शादी के बाद से 16-17 सालों से नथुनी पहन रही थीं. उन्हें नहीं पता था कि पिन ली हो गई है. करीब दो महीने पहले वो बातचीत कर रहीं थीं, तभी उन्होंने गहरी सांस ली और गलती से नथुनी की पिन निगल ली. 

 

लड़की ने नाक से नथुनी का स्क्रू ही खींच लिया अंदर, डॉक्टर को करनी पड़ गई सर्जरी

Viral News: कोलकाता की रहने वाली एक महिला को सर्जरी करानी पड़ी क्योंकि गलती से उन्होंने अपनी नथनी की पिन निगल ली थी जो उनके फेफड़े में फंस गई थी. 35 साल की वर्षा साहू ने बीबीसी को बताया कि वह शादी के बाद से 16-17 सालों से नथुनी पहन रही थीं. उन्हें नहीं पता था कि पिन ली हो गई है. करीब दो महीने पहले वो बातचीत कर रहीं थीं, तभी उन्होंने गहरी सांस ली और गलती से नथुनी की पिन निगल ली. वर्षा को ये तक नहीं पता चला कि वो उनके शरीर के अंदर चली गई है. उन्हें लगा ये उनके पेट में चली गई होगी. दो बच्चों की मां वर्षा को ये भी नहीं पता था कि ये नाक की पिन उनकी सांस लेने की नली में फंस गई है.

सांस लेने में तकलीफ हुई तो डॉक्टर के पास गई महिला

मार्च में जब वर्षा को सांस लेने में तकलीफ, खांसी और निमोनिया की शिकायत हुई तो वो डॉक्टर के पास गईं. उन्हें लगा कि शायद उनकी नाक में पहले हुई चोट की वजह से ये तकलीफ हो रही है. लेकिन जांच के बाद पता चला कि असली वजह उनकी नाक की पिन है जो उनके फेफड़े में फंसी हुई है. इसके बाद डॉक्टरों ने सर्जरी करके पिन को निकाल दिया. वर्षा को दवाइयां खाने के बाद भी आराम नहीं मिला, तो उन्हें फेफड़ों के डॉक्टर के पास जाना पड़ा. एक सीटी स्कैन में डॉक्टरों ने देखा कि उनकी सांस की नली में कोई धातु की चीज फंसी हुई है. इसके बाद एक्स-रे करके पता चला कि वो असल में नाक की पिन है और फेफड़े में फंसी हुई है.

डॉक्टरों ने ऑपरेशन करके निकाला बाहर

कोलकाता के मेडिका सुपरस्पेशलिटी अस्पताल के फेफड़ों के डॉक्टर डॉ. देबराज जाश ने सर्जरी करके वर्षा के फेफड़े से उस पिन को निकाल दिया. डॉक्टर जाश ने बताया कि ऐसा मामला उनके लिए भी बहुत ही अजीब था. डॉक्टर जाश ने बताया कि कुछ मामलों में सूखे मेवे या पान मसाला लोगों के फेफड़ों में चला जाता है, लेकिन ऐसा ज्यादातर छोटे बच्चों या 80 साल से ऊपर के बुजुर्गों के साथ होता है. 30 साल की उम्र की महिला का ऐसा होना काफी कम देखने को मिलता है." पहले डॉक्टर जिसके पास वर्षा गई थीं, वो एक पतली सी नलीनुमा कैमरा की मदद से भी उस स्क्रू को नहीं निकाल पाए. इस कैमरे के साथ एक छोटा चिमटा भी होता है लेकिन वो भी उस धातु की चीज़ को पकड़ नहीं सका. इसलिए उन्हें डॉक्टर जाश के पास भेज दिया गया.

मरीज को समझा-बुझाकर करनी पड़ी सर्जरी

डॉक्टर जाश ने ये भी बताया कि सबसे पहले तो हमें मरीज को समझाना पड़ा. वो पहले डॉक्टर के इलाज के बाद दूसरा इलाज कराने से थोड़ा घबरा रही थीं. लेकिन हमने उन्हें समझाया कि इंसान के शरीर में किसी बाहरी चीज के लिए कोई जगह नहीं होती है. ऑपरेशन के बारे में उन्होंने बताया कि वो करीब 30 मिनट चला और थोड़ा मुश्किल था. असल में स्क्रू उनके फेफड़े में दो हफ्ते से ज्यादा समय से फंसा हुआ था और उसके आसपास टिश्यू भी बन चुके थे.

ऑपरेशन के बारे में डॉक्टर जाश ने ये भी बताया कि "हमें बहुत सावधानी से काम करना पड़ा. क्योंकि अगर स्क्रू को निकालते वक्त वो सांस की नली को छू जाता, तो ये बहुत खतरनाक हो सकता था. सांस की नली बहुत पतली होती है और अगर उसे चोट लगती या खून बहने लगता तो ये जानलेवा भी हो सकता था. अच्छी तरह से ऑपरेशन हो जाने के बाद चार दिन में ही वर्षा को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई.

TAGS

Trending news