भारत में एक ऐसी जगह है, जहां भक्त भगवान को अपना बिजनेस पार्टनर बनाते है
भक्त ईमानदारी से बिजनस प्रॉफिट का भगवान का शेयर मंदिर में चढ़ा कर जाते है.
जी हां, हम बात कर रहे है श्रीसांवलियाजी सेठ के मंदिर की जो चित्तौड़गढ़ जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर स्थित है.
मेवाड़ के सुप्रसिद्ध कृष्णधाम के रूप में पहचान रखने वाले श्रीसांवलियाजी सेठ का मंदिर आध्यात्म की दृष्टि से विशेष महत्व रखता है.
भक्त श्री सांवलिया जी सेठ को अपना बिजनेस पार्टनर बनाते हैं और अपने व्यवसाय का 2 से 20 फीसदी या उससे अधिक हिस्सेदारी भगवान की तय कर लेते है.
माना जाता है कि श्रीसांवलिया सेठ की बिजनस पार्टनर के रूप में अपने भक्त पर असीम कृपा बरसाती है और भक्त को बिजनस में तगड़ा मुनाफा भी होता है.
इसी मान्यता के चलते हर महीने देश-विदेश से श्रद्धालु बिजनस पार्टनर के रूप में श्रीसांवलियाजी मंदिर आकर ठाकुरजी के हिस्से का शेयर चढ़ावे के रूप में भंडारे में चढ़ाते है.
इसके अलावा विदेशी श्रद्धालु हर महीने यहां आकर भंडार में डॉलर, पोंड, रियाल, दीनार आदि के रूप में विदेशी मुद्रा चढ़ाकर जाते है.
सांवलियासेठ मंदिर में चढ़ावे के रूप में भंडारगृह में हर बार की तरह इस महीने भी जमकर धन वर्षा हुई है.
श्रीसांवलिया सेठ के भंडारे से प्राप्त राशि में से अब तक 12 करोड़ 80 लाख 15 हजार रुपए की गणना कर ली गई है.