Bhiwani News: भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से BJP उम्मीदवार और मौजूदा सांसद धर्मबीर सिंह ने भिवानी के देवसर गांव को सांसद आदर्श ग्राम योजना के अंतर्गत गोद लिया था. गांव को गोद लेने के बाद सांसद ने कभी भी गांव की सुध नहीं ली. इसका नतीजा ये है कि आज गांव के लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए मोहताज हैं.
Trending Photos
Bhiwani News: लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी तैयारियों में जुट गई हैं. नेता जनता के बीच पिछले 5 साल का लेखा-जोखा लेकर पहुंच रहे हैं. वहीं कुछ क्षेत्र ऐसे भी हैं, जहां पिछले कुछ सालों में स्थिति में ज्यादा बदलाव नहीं आया. अर्थात् आज भी वो इलाके विकास से अछूते हैं. ऐसा ही कुछ नजारा देखने को मिला भिवानी के देवसर गांव में, जिसे BJP सांसद धर्मबीर सिंह ने गोद लिया था.
भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से BJP उम्मीदवार और मौजूदा सांसद धर्मबीर सिंह ने भिवानी के देवसर गांव को सांसद आदर्श ग्राम योजना के अंतर्गत गोद लिया था. गांव को गोद लेने के बाद सांसद ने कभी भी गांव की सुध नहीं ली. इसका नतीजा ये है कि जो लोग गांव के हाइटेक होने के सपने देख रहे थे आज भी वो मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं. स्थानीय लोगों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, सांसद धर्मबीर सिंह पिछले दो साल में एक बार भी गांव की सुध लेने के लिए नहीं पहुंचे.
ये भी पढ़ें- Lok Sabha Election 2024: मनोज तिवारी ने गिनाए काम, AAP विधायक बोले- गोद लिए गांव को देख लीजिए
सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत देवसर गांव को जब सांसद धर्मबीर सिंह द्वारा गोद लिया गया तो 15 हजार की जनसंख्या वाले इस गांव के लोग काफी खुश थे. उन्हें उम्मीद थी कि अब इस गांव में विकास कार्यों की बारिश होगी, क्योंकि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सीधा संपर्क बनाए रखने वाले बीजेपी सांसद धर्मबीर सिंह ने उनके गांव को गोद लिया है. लेकिन अब हालत ये है कि सांसद गांव को गोद लेकर भूल भी गए हैं कि उन्होंने किसी गांव को गोद लिया था.
ग्रामीणों का कहना है कि सांसद एक भी बार गांव नहीं आए हैं. यहां रहने वाले लोग बिजली, सड़क, पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं के लिए भी मोहताज हैं. गांव में कोई बड़ा स्वास्थ्य केंद्र नहीं होने की वजह से बुजुर्गों को इलाज के लिए भिवानी जाना रड़ना है. गांव के लोगों का कहना है कि सांसद द्वारा गांव को गोद लिए जाने का उन्हें कोई फायदा नहीं मिल रहा है.
इस बारे में गांव के सरपंच संजय देवसरिया ने बताया कि गांव को आदर्श ग्राम का दर्जा दिया गया है, लेकिन अभी तक कुछ काम नहीं कराया गया है. आदर्श गांव महज कागजों में सिमटकर रह गया है. गांव के विकास के लिए सांसद को कई कार्य बताए गए थे, लेकिन जमीनी स्तर पर एक भी काम पूरा नहीं हुआ.
Input- Naveen Sharma