पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. वीके मोंगा कहते हैं कि पपीता में पपेन एंजाइम होता है, जिससे कई लाभ होते हैं. खासकर वे लोग जो कब्ज की समस्या से परेशान हैं, उन्हें पपीता अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए.
सुबह के समय जब भी पेट खाली हो, तो पपीता का सेवन करें. अगर आप रोजाना पपीता खाते है तो यह आपके लिए फायदेमंद हो सकता है. यह खाने से पाचन प्रक्रिया में सुधार होता है.
जब हम पपीता खाली पेट करते हैं, तो उसमें मौजूद जरूरी पोषण शरीर को जल्दी और आसानी से सोखता है. खाली पेट होने पर शरीर को पपीता ही एकमात्र फल मिलता है, जिससे उसे सभी जरूरी पोषण मिलता है और शरीर को पूरी तरह से लाभ होता है.
खाना खाने के दो घंटे बाद पपीता खाने से शरीर में ग्लाइसेमिक कंट्रोल को बढ़ावा मिलता है. इससे ब्लड शुगर स्तर का संतुलन बना रहता है और शुगर के स्तर में बढ़ोतरी या घटाव आसानी से नहीं होती है.
अगर आप वजन नियंत्रित कर रहे हैं और चाहते हैं कि आपकी भूख कम लगे, तो पपीता खा सकते हैं. इसमें मौजूद फाइबर पेट को भरने में मदद करती है और दिमाग को भी यह संकेत देती है कि पेट भर गया है.
खाना खाने के बाद अक्सर लोगों को पेट भारी महसूस होता है और ब्लॉटिंग की समस्या हो सकती है. अगर आप खाना खाने के दो घंटे बाद पपीता खाते हैं, तो इससे पेट में भारीपन कम होता है और ब्लॉटिंग की समस्या से छुटकारा मिलता है. यह इसलिए क्योंकि पपीता पेट में खाने को पचाने में मदद करने वाले एंजाइमों को बढ़ावा देता है, जिससे पाचन आसान हो जाता है.