Chirag Paswan: LJPR में हुई भगदड़ पर चिराग पासवान का रिएक्शन, 22 नेताओं के पार्टी की ये वजह बताई
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Chirag Paswan: LJPR में हुई भगदड़ पर चिराग पासवान का रिएक्शन, 22 नेताओं के पार्टी की ये वजह बताई

Chirag Paswan News: पूर्व सांसद और बिहार सरकार के पूर्व मंत्री रहे पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रेणु कुशवाहा, पूर्व विधायक राष्ट्रीय महासचिव सतीश कुमार, प्रदेश के संगठन सचिव इंजीनियर रविंद्र सिंह सहित 22 नेताओं ने चिराग पासवान की पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.

चिराग पासवान

Chirag Paswan News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (गुरुवार, 4 अप्रैल) को बिहार आने वाले हैं. वह जमुई से अपने चुनावी अभियान की शुरुआत करने वाले हैं. वो यहां एक जनसभा को संबोधित करेंगे और चिराग पासवान की पार्टी के उम्मीदवार को जिताने की अपील करेंगे. पीएम मोदी के आगमन से पहले चिराग पासवान की पार्टी में जबरदस्त भगदड़ देखने को मिल रही है. लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के 22 नेताओं ने एक साथ पार्टी छोड़ दी. इनमें पूर्व सांसद और बिहार सरकार के पूर्व मंत्री रहे पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रेणु कुशवाहा, पूर्व विधायक राष्ट्रीय महासचिव सतीश कुमार, प्रदेश के संगठन सचिव इंजीनियर रविंद्र सिंह भी शामिल हैं. कहा जा रहा है कि टिकट नहीं मिलने से सारे नेता नाराज थे.

चिराग पर टिकट बेंचने का आरोप

पार्टी छोड़ने वाले नेताओं ने चिराग पासवान पर टिकट बेंचने का आरोप लगाया है. लोजपा (रामविलास) के संगठन सचिव रहे रविंद्र सिंह ने कहा कि चिराग पासवान के पिता रामविलास पासवान के समय से हम सभी लोग साथ हैं. लोजपा टूटने के बाद भी हम लोग उनके साथ रहे, लेकिन उन्होंने पार्टी के कार्यकर्ताओं को दरकिनार करते हुए बाहरी लोगों को टिकट दिया है. पार्टी के कार्यकर्ता के कार्यकर्ता इससे निराश और नाराज हुए हैं, इसलिए हम लोग पार्टी से त्यागपत्र दे रहे हैं. रविंद्र सिंह ने आगे कहा कि जहां-जहां लोजपा रामविलास का कैंडिडेट होगा, हम लोग उन सभी जगह पर जाकर जनता को बताएंगे और उनके कैंडिडेट को हराने का काम करेंगे.

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इंजीनियर रविंद्र सिंह ने कहा कि जब परिवार के लोग भी साथ छोड़ गए, पार्टी भी टूट गई और बीजेपी के लोग भी साथ नहीं रहे तब हम लोगों ने पार्टी को खून-पसीने से सींचा. रात-दिन मेहनत करके पार्टी को आगे बढ़ाया. हम लोगों की मेहनत का ही नतीजा था कि पार्टी को 5 लोकसभा सीटें मिलीं. लेकिन टिकट बांटते समय चिराग पासवान ने कार्यकर्ताओं की मेहनत की कद्र नहीं की. चिराग पासवान 'बिहार फर्स्ट और बिहारी फर्स्ट' की बात करते हैं, लेकिन इस चुनाव में इनका नारा 'परिवार फर्स्ट और पैसा फर्स्ट' हो गया है. पार्टी छोड़ने वाले नेताओं ने पीएम मोदी से भी चिराग को दी गई पाचों सीटें वापस लेने की मांग की.

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चिराग पासवान का रिएक्शन

इधर चिराग ने टिकट बेंचने के आरोपों का सिरे से खंडन किया. उन्होंने कहा कि टिकट नहीं मिलने पर हर दल पर इस तरह के आरोप लगाए जाते हैं. जब उनको सीटें नहीं मिलती या उनको लड़ने का मौका नहीं मिलता तो वे इस तरह की बातें करते हैं. चिराग ने कहा कि 4 जून को चुनाव परिणाम सामने आने पर ये सारी बातें आई-गई हो जाएंगी. आप देखिएगा हम 40 की 40 लोकसभा की सीटें जीतेंगे.

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