Lok Sabha Election 2024: बिहार NDA में कौन सीट किसे मिलेगी? कुछ ऐसा हो सकता है फॉर्मूला, JDU चाहती है अदला-बदली!
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar2098972

Lok Sabha Election 2024: बिहार NDA में कौन सीट किसे मिलेगी? कुछ ऐसा हो सकता है फॉर्मूला, JDU चाहती है अदला-बदली!

Lok Sabha Election 2024: सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, एनडीए में नीतीश की वापसी के साथ ही सीट शेयरिंग का मुद्दा सुलझाने की पहल शुरू हो गई थी. यह काम बीजेपी और जेडीयू को मिलकर करना है. दोनों बड़े दलों को कोई ऐसा रास्ता निकालना है जिससे तीन अन्य सहयोगी दलों को भी सम्मानजनक सीटें दी जा सकें. 

बिहार NDA

Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव में अब तकरीबन 100 दिन का वक्त बचा है. इसको लेकर सभी दलों ने अपनी-अपनी रणनीति पर काम शुरू कर दिया है. लोकसभा चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के यूटर्न से इंडिया ब्लॉक को तगड़ा झटका लगा है और एनडीए पहले से ज्यादा ताकतवर हो चुका है. नीतीश की वापसी के बाद एनडीए खेमे में सीट शेयरिंग को लेकर हलचल तेज हो गई है. बीजेपी की मदद से नई सरकार बनाने के बाद सीएम नीतीश कुमार भी दिल्ली पहुंच चुके हैं. यहां वो बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात करेंगे. इस मुलाकात में सीट शेयरिंग को लेकर चर्चा हो सकती है. 

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, एनडीए में नीतीश की वापसी के साथ ही सीट शेयरिंग का मुद्दा सुलझाने की पहल शुरू हो गई थी. यह काम बीजेपी और जेडीयू को मिलकर करना है. दोनों बड़े दलों को कोई ऐसा रास्ता निकालना है जिससे तीन अन्य सहयोगी दलों को भी सम्मानजनक सीटें दी जा सकें. जिससे गठबंधन में सहजता बनी रहे. जेडीयू को संतुलन के लिए अन्य राज्यों का विकल्प दिया जा सकता है. बता दें कि पिछली बार जेडीयू और बीजेपी ने 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ा था, बाकी 6 सीटें लोजपा के हिस्से आई थीं. मोदी लहर में एनडीए को 40 में से 39 सीटें मिली थीं, सिर्फ जेडीयू अपनी एक सीट हारी थी. 

ये भी पढ़ें- Lok Sabha Election 2024: उद्धव के 'धनुष-बाण' के बाद पवार की 'घड़ी' भी गई, बस नीतीश ने बचा लिया अपना तीर!

इस बार जेडीयू को बिहार में 3 सीटों की कुर्बानी देनी पड़ सकती है. हालांकि, 17 का आंकड़ा पूरा करने के लिए बाकी सीटें झारखंड और अरुणाचल प्रदेश में दी जा सकती हैं. बता दें कि 2019 में जेडीयू के लिए बीजेपी ने भी अपनी कुर्बानी देते हुए 5 सिटिंग सीटें जेडीयू के लिए छोड़ी थीं. जीतन राम मांझी को गया सीट देने की डील पक्की है. उन्हें एक राज्यसभा सीट या राज्यपाल की पोस्ट भी मिल सकती है. उपेंद्र कुशवाहा को भी काराकाट के साथ एक और सीट की बात तकरीबन फाइनल है. चिराग पासवान और पशुपति पारस दोनों को मिलाकर पिछली बार की तरह 6 लोकसभा सीटें और एक राज्यसभा सीट मिल सकती है. 

ये भी पढ़ें- Sitamarhi Seat: सीतामढ़ी सीट को लेकर NDA में पेंच फंसा, BJP-JDU के अलावा चिराग-कुशवाहा ने भी ठोकी अपनी-अपनी दावेदारी

सूत्रों के मुताबिक, जेडीयू इस अपनी कुछ सीटों को बदलने की जुगत में है. जेडीयू चाहती है कि इस बार शिवहर, खगड़िया और समस्तीपुर जैसी सीटों उसे मिलें. हालांकि, शिवहर सीट अभी बीजेपी के खाते में तो खगड़िया और समस्तीपुर सीट लोजपा के पास है. जेडीयू का तर्क है कि 2020 विधानसभा चुनाव में तमाम साजिशों के बावजूद इन जगहों पर पार्टी का परफॉर्मेंस बढ़िया था. जेडीयू इन सीटों के बदले किशनगंज, बांका और गया जैसी सीट छोड़ने को तैयार है. 

Trending news