बारिश में पाकिस्तान में बने दिलीप कुमार के पुश्तैनी घर को पहुंचा नुकसान, जर्जर-जर्जर दिखी हालत
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बारिश में पाकिस्तान में बने दिलीप कुमार के पुश्तैनी घर को पहुंचा नुकसान, जर्जर-जर्जर दिखी हालत

Dilip Kumar: बॉलीवुड इंडस्ट्री के दिग्गज अभिनेताओं में से एक दिवंगत दिलीप कुमार का पाकिस्तान में बना पुश्तैनी घर बारिश के चलते जर्जर हालत में पहुंच गया है और ढहने की हालत में है, जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं, जिसकी हालत देख फैंस भी दुखी नजर आ रहे हैं.

बारिश में पाकिस्तान में बने दिलीप कुमार के पुश्तैनी घर को पहुंचा नुकसान, जर्जर-जर्जर दिखी हालत

Dilip Kumar Ancestral House In Pakistan: पांच दशक तक बॉलीवुड से लेकर अपने फैंस के दिलों पर राज करने वाले इंडस्ट्री के दिग्गज दिवंगत एक्टर दिलीप कुमार को इंडस्ट्री का 'ट्रेजेडी किंग' कहा जाता था. उन्होंने कई फिल्मों में काम किया. दिलीप कुमार का जन्म 11 दिसम्बर, 1922 को पाकिस्तान के पेशावर में हुआ था. पेशावर में आज भी उनका पुश्तैनी मकान मौजूद हैं, लेकिन आज के समय में उसकी हालत जर्जर-जर्जर हो चुकी है. 

दिलीप कुमार का पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में स्थित पैतृक घर को हाल ही में हुई बारिश ने गंभीर नुकसान पहुंचाया है, जिसके बाद घर की हालत लगभग ढहने के कगार पर है. दिलीप कुमार इस घर में करीबन 12 सालों तक रहे थे, जिसके बाद वो 1932 में भारत आ गए थे. साल 2014 में पाकिस्तान के तत्कालीन पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने इसको दिवंगत एक्टर दिलीप कुमार के पुश्तैनी घर को पाकिस्तान का राष्ट्रीय विरासत स्मारक घोषित किया था. 

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दिलीप कुमार के पुश्तैनी घर की हालत हुई खराब 

अपने निधन से पहले जब दिग्गज कलाकार ने अपने घर को देखा था तो वो काफी भावुक हो गए थे और उन्होंने वहां की मिट्टी को चूम लिया था. वहीं, हाल ही में इस घर के हालत के बारे में जानकारी देते हुए हेरिटेज काउंसिल केपीके प्रांत के सचिव शकील वहीदुल्ला खान ने बताया कि पेशावर में हाल ही में हुई बारिश ने दिलीप कुमार के घर को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया है. 

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जर्जर-जर्जर हालत में देख निराश हुए फैंस 

उन्होंने आगे बताया कि पिछली सरकार की ओर से इतना सारा दान देने का वादा करने के बावजूद, इस राष्ट्रीय विरासत की सुरक्षा और संरक्षण के लिए एक पैसा भी खर्च नहीं किया गया. संपत्ति इतनी पुरानी है कि उसका आरक्षण कराना सरकार की जिम्मेदारी है, लेकिन इसकी ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. दुनिया भर से यहां आने वाले पर्यटक ऐतिहासिक संपत्ति की जर्जर हालत देखकर निराश हो गए'. 

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