Lok Sabha Election: अमेठी-रायबरेली में कांग्रेस का कंफ्यूजन या रणनीति.. अभी और कितना वक्त लगेगा?
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Lok Sabha Election: अमेठी-रायबरेली में कांग्रेस का कंफ्यूजन या रणनीति.. अभी और कितना वक्त लगेगा?

Lok Sabha Election News: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर अभी फिलहाल का सबसे बड़ा सस्पेंस यह है कि राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ेंगे या नहीं. राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ेंगे या रायबरेली से या दोनों से ही नहीं?

Lok Sabha Election: अमेठी-रायबरेली में कांग्रेस का कंफ्यूजन या रणनीति.. अभी और कितना वक्त लगेगा?

Lok Sabha Election News: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर अभी फिलहाल का सबसे बड़ा सस्पेंस यह है कि राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ेंगे या नहीं. राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ेंगे या रायबरेली से या दोनों से ही नहीं? वैसे तो बड़ा सस्पेंस ये भी है कि 4 जून को 400 पार होगा या नहीं. लेकिन अभी का सबसे बड़ा पॉलिटिकल सस्पेंस ये राहुल गांधी को लेकर ही है.

आज आ सकता है फैसला

राहुल.. अमेठी और रायबरेली को लेकर अब तो सूत्र भी खबर दे-देकर थकने लगे हैं. अब कुछ ही घंटे बचे हैं अमेठी में नामांकन का वक्त खत्म होने में. 3 मई को नामांकन का आखिरी दिन है. लेकिन अभी की खबर ये है कि अब राहुल गांधी की अमेठी से उम्मीदवारी पर गुरुवार दोपहर तक कांग्रेस का फैसला आ सकता है.

..लेकिन राहुल गांधी का नाम नहीं आया

25 अप्रैल को खबर आई थी कि 26 को वायनाड का चुनाव निपटते ही 27 को राहुल गांधी के अमेठी से और प्रियंका वाड्रा के रायबरेली से लड़ने का ऐलान हो सकता है. उसके बाद अगले दिन कांग्रेस इलेक्शन कमेटी की बैठक हुई, उसके बाद से कांग्रेस की 2 लिस्ट भी आ गईं, लेकिन राहुल गांधी का नाम नहीं आया.

मुकाबला 1-1 से बराबर

राहुल गांधी अमेठी से लड़ते हैं तो बीजेपी की स्मृति ईरानी से ये उनकी तीसरी टक्कर होगी. मुकाबला 1-1 से बराबर है. 2014 में राहुल जीते थे, लेकिन 2019 में स्मृति ईरानी ने उन्हें हरा दिया था. तीन दिन से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे कह रहे हैं कि जैसे ही नाम फाइनल हो जाएगा, तो सिग्नेचर के लिये उन्हीं के पास आएगा. तब सबको पता चल जाएगा.

1981 में भी ऐसा ही सस्पेंस था

राहुल गांधी के लास्ट डे.. लास्ट मूमेंट वाले सस्पेंस को उनके पिता राजीव गांधी के पहले चुनाव से जोड़ा जा रहा है. 1981 में भी ऐसा ही सस्पेंस था. जब संजय गांधी की मृत्यु के बाद राजीव गांधी को काफी मान-मनौवल के बाद राजनीति में लाया गया था. जिस दिन राजीव गांधी को कांग्रेस ज्वाइन कराई गई, उसी दिन उनकी उम्मीदवारी का ऐलान हुआ. उसी दिन उन्होंने अमेठी जाकर नामांकन दाखिल कर दिया. राजीव गांधी ने नामांकन प्रक्रिया के बीच में पर्चा भर दिया था. लेकिन यहां कल राहुल गांधी का ऐलान होता है, तो उनके पास नामांकन के अंतिम 24 घंटे होंगे. 1981 के चुनाव में राजीव गांधी ने लोकदल के शरद यादव को 2 लाख 37 हज़ार वोटों से हराया था.

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