Lok Sabha Election: 'हम वोट और अपनी आवाज उठा कर विरोध करेंगे, न कि पत्थरों या बंदूकों से'
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Lok Sabha Election: 'हम वोट और अपनी आवाज उठा कर विरोध करेंगे, न कि पत्थरों या बंदूकों से'

Lok Sabha Election 2024: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने विभिन्न राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं से आगामी चुनावों में पीडीपी का समर्थन करने का आग्रह किया है. उनसे दलीय राजनीति से ऊपर उठने और क्षेत्र की मूल पहचान और हितों की रक्षा के लिए लड़ने का आग्रह किया है.

Lok Sabha Election: 'हम वोट और अपनी आवाज उठा कर विरोध करेंगे, न कि पत्थरों या बंदूकों से'

Lok Sabha Election 2024: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने विभिन्न राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं से आगामी चुनावों में पीडीपी का समर्थन करने का आग्रह किया है. उनसे दलीय राजनीति से ऊपर उठने और क्षेत्र की मूल पहचान और हितों की रक्षा के लिए लड़ने का आग्रह किया है.

क्या कहा महबूबा मुफ्ती ने..

ककोरनाग और आस-पास के इलाकों में विभिन्न रोड शो को संबोधित करते हुए, पीडीपी अध्यक्ष ने जम्मू-कश्मीर के लोगों के सामने आने वाले कठिन समय, विशेष रूप से निर्दोष युवाओं की अन्यायपूर्ण कैद पर दुख जताया उन्होंने कहा कि बंदूक और पत्थरों से समस्या का समाधान नहीं होगा, लेकिन पीडीपी वोट और आवाज उठाकर के विरोध जताया जा सकता है.

नेशनल कॉन्फ्रेंस पर निशाना

चुनावी लड़ाई में सहयोग करने के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस की अनिच्छा पर निराशा व्यक्त करते हुए, महबूबा ने क्षेत्र की प्रतिकूलताओं का सामना करने में एकजुटता के महत्व पर जोर दिया. महबूबा ने कहा, "इन चुनावों को साथ मिलकर लड़ने की सख्त जरूरत थी. दुर्भाग्य से, नेकां ऐसा नहीं चाहती थी. उन्होंने (नेकां) ने कहा पीडीपी खत्म हो चुकी है. नेकां नेतृत्व ने घोषणा की कि पीडीपी खत्म हो गई है. 

खड़े किए बड़े सवाल

उन्होंने सवाल किया कि एक पार्टी कैसे खत्म हो सकती है जिसने इखवान संस्कृति को खत्म कर दिया और कश्मीर में पोटा को निरस्त कर दिया? आप उस पार्टी को कैसे खत्म कर सकते हैं जिसने एलओसी के पार सड़कें खोलीं और यहां तक ​​कि बातचीत और सुलह के एक नए युग की शुरुआत की? अगर पीडीपी खत्म हो जाती, तो कश्मीर के हर कोने में पार्टी के लिए इतना बड़ा समर्थन देखने को नहीं मिलता.मुफ़्ती ने कहा. 

आगामी चुनाव जम्मू-कश्मीर की पहचान और हितों के क्षरण का विरोध करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में है. भूमि अधिग्रहण, संसाधनों के दोहन और बड़े पैमाने पर बेरोजगारी जैसे मुद्दों की ओर इशारा करते हुए, महबूबा ने मतदाताओं से केवल बुनियादी ढांचे के वादों से परे अपनी भागीदारी के व्यापक महत्व को पहचानने का आह्वान किया.

भूमि और नौकरियों को लूटना चाहते हैं..

नेकां और कांग्रेस सहित प्रतिद्वंद्वी दलों के कार्यकर्ताओं से अपील करते हुए, महबूबा ने उनसे स्थिति की गंभीरता को पहचानने और आम मकसद के लिए एकजुट होने का आग्रह किया. इस बात पर जोर देते हुए कि चुनाव केवल सुविधाओं के बारे में नहीं है, बल्कि मौलिक स्वतंत्रता और अधिकारों की रक्षा के बारे में है, पीडीपी अध्यक्ष ने बाहरी दबावों के आगे झुकने के खिलाफ चेतावनी दी, जो क्षेत्र के संसाधनों, भूमि और नौकरियों को लूटना चाहते हैं.

पार्टी कार्यकर्ताओं की प्रशंसा

अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं की प्रशंसा करते हुए मुफ्ती ने कहा, उनके और उनके पिता मुफ्ती मुहम्मद सैयद की पार्टी और विरासत के खिलाफ उत्पीड़न, जिसका स्पष्ट एजेंडा और सम्मान के साथ शांति का घोषणापत्र है और मुफ्ती मुहम्मद सैयद हमेशा जम्मू-कश्मीर की रक्षा करना चाहते थे और इसलिए पीडीपी नेताओं को मजबूर किया गया, पार्टी को तोड़ने के लिए उन्हें लालच दिया गया. लेकिन हमारे कार्यकर्ता चट्टान की तरह अडिग रहे."

चुनावों का बहिष्कार न करने की अपील

मुफ्ती ने अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते कहा कि हमारे पास महात्मा गांधी के भारत के लोगों के सामने अपने वोट के माध्यम से अपना मामला रखने का अवसर आया है. उन्होंने लोगों से इस बार चुनावों का बहिष्कार न करने की अपील की. आपका वोट मुझे संसद को यह बताने की शक्ति देगा कि 5 अगस्त 2019 का फैसला हमें अस्वीकार्य है और जो कुछ भी छीना गया है उसे बिना किसी देरी के वापस किया जाना चाहिए.

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