Gaurav Gogoi Social Score: लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस ने असम के जोरहाट लोकसभा सीट से राज्य के पूर्व सीएम तरूण गोगोई के बेटे गौरव गोगोई पर अपना दांव लगाया है. भाजपा उम्मीदवार तपन गोगोई के साथ उनका कड़ा मुकाबला है.
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Gaurav Gogoi Jorhat Seat: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर रोमांच से भरे देश के सभी हिस्सों में राजनीतिक दलों के नेता घर-घर जाकर प्रचार कर रहे हैं. सोशल मीडिया के जरिए भी जिन वोटर्स तक पहुंचा जा रहा है. इस बीच, 'ज़ी न्यूज़' ने चुनावी कवायद में जुटे नेताओं का सोशल स्कोर निकाला है. आइए, असम की जोरहाट लोकसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार गौरव गोगोई का लीडर सोशल स्कोर (LSS) जानते हैं.
पूर्व सीएम तरूण गोगोई के बेटे, कांग्रेस के आलाकमान से करीबी
भारतीय राजनीति में अपने बुरे दिनों से जूझ रही सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस ने असम के जोरहाट लोकसभा सीट से पूर्व सीएम तरूण गोगोई के बेटे गौरव गोगोई पर अपना दांव लगाया है. गौरव को गांधी परिवार में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा का सबसे करीबी माना जाता है. जोरहाट में भाजपा के उम्मीदवार तपन गोगोई से उनका कड़ा मुकाबला है.
लोकसभा चुनाव 2024 में जोरहाट के दोनों ही बड़े उम्मीदवार असम के सबसे प्रभावशाली अहोम समुदाय से आते हैं. जिसके कारण ही जोरहाट की लड़ाई काफी रोचक हो गई है. जहां कांग्रेस इस सीट को इस बार फिर से छीनना चाहती है, वहीं सत्ताधारी भाजपा राज्य सरकार की उपलब्धियों के सहारे जोरहाट में जीत की हैट्रिक पूरी करना चाहती है.
असम, दिल्ली और अमेरिका में हुई गौरव गोगोई की पढ़ाई
कांग्रेस के जोरहाट उम्मीदवार गौरव गोगोई का जन्म 4 सितंबर 1982 को असम के एक प्रतिष्ठित राजनैतिक परिवार में हुआ है. उनके पिता तरूण गोगोई 2001-2016 तक असम राज्य के पूर्व सीएम रह चुके हैं. जो कि राज्य के सबसे लंबे समय तक सीएम रहने का भी एक रिकॉर्ड है. गौरव गोगोई की आरंभिक शिक्षा दिल्ली के प्रतिष्ठित सेंट कोलंबस स्कूल से की है. उन्होंने दिल्ली के ही इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय से 2004 में इलैक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और संचार में बी.टेक. की डिग्री हासिल की है. जिसके बाद वह पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर करने के लिए अमेरिका चले गए.
लोकसभा चुनाव 2014 से राजनीति में सक्रिय हैं गौरव गोगोई
साल 2013 में ब्रिटिश मूल की एलिजाबेथ कोलेबर्न से शादी कर देश लौटने के बाद लोकसभा चुनाव 2014 में गौरव गोगोई कांग्रेस की सक्रिय राजनीति में आ गए. कांग्रेस में शामिल होने के बाद उन्होंने असम के कलियाबोर लोकसभा सीट से लगभग 4 लाख 43 हजार मत प्राप्त किए थे और भाजपा के मिनाल कुमार सैकिया को लगभग 93 हजार वोटों से हराकर संसद पहुंचे थे. लोकसभा चुनाव 2019 में मोदी लहर और भाजपा एक बड़े बहुमत के साथ सत्ता में लौटने के बावजूद गौरव गोगोई ने अपनी कलियाबोर सीट पर कब्जा बरकरार रखा.
पीएम नरेंद्र मोदी के सबसे मुखर आलोचकों में एक हैं गौरव
पिछले पांच वर्षों में, गौरव गोगोई देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबसे मुखर आलोचकों में से एक के रूप में उभरे हैं. लगातार दो बार सांसद रहे गौरव गोगोई पिछले साल 8 अगस्त 2023 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के खिलाफ संसद में अविश्वास प्रस्ताव लेकर आए थे. इसमें उन्होंने पीएम मोदी से तीन प्रमुख सवाल पूछे थे.
पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर हिंसा पर पीएम मोदी की चुप्पी को लेकर भी गौरव गोगोई लगातार हमलावर रहे हैं. उन्होंने 2020 से ही लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता का पद संभाल रखा है. हालांकि, इस लोकसभा चुनाव में उन्हें अपनी पारंपरिक कलियाबोर सीट को छोड़कर जोरहाट सीट पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा है.
डिस्क्लेमर: लीडर्स सोशल स्कोर (LSS) मशीन लर्निंग पर आधारित है. फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स और यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से जुड़े 55 से ज्यादा पैरामीटर्स के आधार पर इसे निकाला गया है.