Mehbooba Mufti Latest News: पीडीपी मुखिया महबूबा मुफ्ती अनंतनाग-राजौरी सीट पर जीत हासिल करने के लिए खूब पसीना बहा रही हैं. कश्मीर के हर चुनाव में होने वोटिंग बहिष्कार आह्वान से डरी महबूबा ने इस बार लोगों से मतदान की अपील की है.
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Jammu Kashmir Lok Sabha Elections 2024: जम्मू कश्मीर में बीजेपी से मुकाबले के लिए बना गुपकार गठबंधन खत्म होने के साथ ही पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस में अदावत भी तेज हो गई है. पीडीपी मुखिया महबूबा मुफ्ती राजौरी- अनंतनाग सीट पर कड़े चुनावी मुकाबले में फंसी हैं. इस सीट पर उनका मुकाबला नेशनल कॉन्फ्रेंस के गुज्जर मुस्लिम नेता मियां अल्ताफ से है. इलेक्शन में जीत के लिए महबूबा लगातार जनसभा और रोड शो करके लोगों से वोट मांग रही हैं.
'घर पर न बैठें, अपने सम्मान के लिए खड़े हों'
महबूबा मुफ्ती ने गुरुवार को पुलवामा समेत कई इलाकों में जनसभा करते हुए लोगों से अपने लिए समर्थन मांगा. उन्होंने कहा कि पिछली बार आपने वोट नहीं दिया और बहिष्कार किया, जिससे मैं चुनाव हार गई. लेकिन इसने मुझे लोगों के मुद्दे उठाने से नहीं रोका. इस बार मैं आपसे अपील करती हूं कि घर पर न बैठें और बड़ी संख्या में मतदान करें. इस बार यह सड़क, पानी और बिजली के लिए नहीं, बल्कि हमारे सम्मान की लड़ाई के लिए है.
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि वह संयुक्त मोर्चा 'पीएजीडी' के साथ बने रहना चाहती थीं, लेकिन नेशनल कॉन्फ्रेंस ने इसके खिलाफ काम किया और सीट बंटवारे पर चर्चा करने की जहमत नहीं उठाई. इसके बजाय एनसी ने कहा कि पीडीपी गायब हो गई है, जिसके चलते उन्हें लोगों के बीच यह जताने के लिए आना पड़ा कि पीडीपी मर चुकी है या जिंदा है?
'कश्मीर में कब्रिस्तानों की संख्या में हुई बढ़ोतरी'
महबूबा मुफ़्ती ने कहा कि बंदूक और हिंसा से कश्मीर को कुछ नहीं मिला, बल्कि कब्रिस्तानों की संख्या में इज़ाफा हुआ है. उन्होंने कहा कि हिंसा में मारे गए लोगों के बलिदान को नहीं भूलेंगे. उन्होंने लोगों से मतदान के दिन भारी संख्या में मतदान करने का आग्रह किया क्योंकि इस बार आपके पास वोट की शक्ति है, इसलिए इस शक्ति का उपयोग करें और अपनी गरिमा के लिए खड़े हों.
मुफ़्ती ने कहा कि यह सब 5 अगस्त 2019 को ही नहीं रुका, जब अनुच्छेद 370 को निरस्त किया गया था. उस दिन से वे (केंद्र सरकार) हर कानून बदल रहे हैं. वे हमारी ज़मीन, हमारे संसाधन और यहां तक कि हमारी नौकरियां भी छीन रहे हैं. इसे रोकने के लिए हमने संसद में मजबूत आवाज़ भेजनी होगी.
'लोगों से मतदान का बहिष्कार न करने की अपील'
महबूबा मुफ़्ती दक्षिण कश्मीर में अपने लिए वोट मांगने के लिए जोरदार प्रचार कर रही हैं और लोगों से लगातार मतदान का बहिष्कार न करने की अपील कर रही हैं. दक्षिण कश्मीर को पीडीपी का गढ़ माना जाता है और मुफ़्ती जानती हैं कि इन चुनावों में उनकी ताकत इन क्षेत्रों में मतदान प्रतिशत से परिभाषित होगी.