Kerala Chunav: बेचैनी बढ़ाने वाली सियासी गर्मी में आज भाजपा का इम्तिहान, क्या केरल में सूखा खत्म होगा?
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Kerala Chunav: बेचैनी बढ़ाने वाली सियासी गर्मी में आज भाजपा का इम्तिहान, क्या केरल में सूखा खत्म होगा?

Kerala Lok Sabha Election: केरल में आज वोट डाले जा रहे हैं. पिछले चुनावों में भाजपा को उत्तर भारत में जबर्दस्त सफलता मिली थी लेकिन देश के दक्षिणी क्षेत्र में कोई खास कमाल नहीं दिखा. इस बार भाजपा ने केरल में आक्रामक प्रचार किया है. 

Kerala Chunav: बेचैनी बढ़ाने वाली सियासी गर्मी में आज भाजपा का इम्तिहान, क्या केरल में सूखा खत्म होगा?

Kerala Lok Sabha Chunav: वैसे तो आज जिन 88 लोकसभा सीटों पर वोटिंग हो रही है, उनमें से ज्यादातर पर पिछली बार कमल खिला था. हालांकि भाजपा के लिए सबसे बड़ा इम्तिहान साउथ में है. हां, केरल की सभी 20 लोकसभा सीटों पर आज वोट पड़ रहे हैं. 194 उम्मीदवार मैदान में हैं. मुख्य रूप से यहां सीपीएम के नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ LDF, कांग्रेस की अगुआई वाले UDF और भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए के बीच मुकाबला है. केरल में 2.75 करोड़ से ज्यादा वोटर हैं जो सुबह 7 बजे से वोटिंग करने लगे हैं. सूरज की तपिश में गर्मी बढ़ाते सियासी तापमान के बीच भाजपा के सामने सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या केरल में वह सूखा खत्म कर पाएगी? 

मोदी-शाह के ताबड़तोड़ दौरे

इस बार केरल में पीएम नरेंद्र मोदी से लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने ताबड़तोड़ दौरे किए हैं. अमेठी में राहुल गांधी को हराने वाली स्मृति इरानी वायनाड भी पहुंचीं. उन्होंने भाजपा कैंडिडेट के नामांकन में रोडशो किया था. राजनाथ सिंह समेत कई भाजपा के मंत्री यहां पहुंचे. यही वजह है कि पिछले आम चुनावों से उलट केरल में ज्यादा सक्रिय और आक्रामक चुनाव प्रचार देखा गया है. राज्य में दो केंद्रीय मंत्री, एक स्टेट मिनिस्टर, तीन अभिनेता और कुछ विधायक भी लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं. एनडीए ने सबसे ज्यादा पांच महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया है. 

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केरल के कैंपेन में CAA लागू करने से लेकर लव जिहाद, केरल स्टोरी फिल्म से जुड़ा विवाद, मणिपुर हिंसा, वायनाड में राहुल गांधी की उम्मीदवारी, मुस्लिम तुष्टीकरण जैसे मुद्दों का शोर ज्यादा सुनाई दिया. 

भाजपा का शून्य

भाजपा केरल में अपना खाता खोलने के लिए अभिनेता सुरेश गोपी, केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर और वरिष्ठ कांग्रेस नेता एके एंटनी के बेटे अनिल एंटनी पर भरोसा कर रही है. केरल में लोकसभा चुनाव में पार्टी का कोई भी उम्मीदवार कभी नहीं जीता है. तिरुवनंतपुरम में चंद्रशेखर का मुकाबला तीन बार के कांग्रेस सांसद थरूर से है. राहुल गांधी वायनाड से मैदान में हैं. वह इस क्षेत्र का वर्तमान में लोकसभा में प्रतिनिधित्व करते हैं. 

पहले चरण में कम वोटिंग भी राजनीतिक दलों की चिंता बढ़ा रही है. बढ़ी गर्मी को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया गया था. 88 लोकसभा सीटों में अपना आंकड़ा बेहतर करने के लिए भाजपा को न केवल अपने गढ़ में पकड़ बरकरार रखनी होगी, बल्कि नए स्थानों पर पैठ बनानी होगी. भाजपा+ का मुकाबला कांग्रेस की अगुआई वाले INDIA गठबंधन से है. 

कांग्रेस पर पीएम के तीखे हमले

पहले चरण में 19 अप्रैल को 102 सीटों पर मतदान के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर हमले तेज कर दिए हैं और उस पर OBC के लिए निर्धारित आरक्षण में से मुसलमानों को आरक्षण देने की कोशिश का आरोप लगाया. उन्होंने यह भी दावा किया है कि केंद्र में कांग्रेस सरकार बनी तो वह घुसपैठिए और ज्यादा बच्चे वाले लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए महिलाओं के 'मंगलसूत्र' तक छीन लेगी. उन्होंने इस बाबत पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के एक बयान का हवाला दिया. 

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उधर, कांग्रेस ने उन पर झूठ बोलने और सांप्रदायिक विभाजन का आरोप लगाया है. कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग से शिकायत की है. भाजपा ने भी राहुल गांधी सहित कांग्रेस नेताओं के खिलाफ शिकायतें दर्ज कराई हैं, जिसके बाद निर्वाचन आयोग ने दोनों दलों के अध्यक्षों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. 

तमिलनाडु की तरह केरल में भी भाजपा के विस्तार अभियान की परीक्षा होगी, तो महाराष्ट्र और कुछ हद तक कर्नाटक जैसे राज्यों पर उत्सुकता से नजर रखी जा रही है क्योंकि 2019 के बाद से वहां कई नए फैक्टर उभरे हैं. तमिलनाडु में पहले चरण में मतदान हो चुका है. कर्नाटक में अब कांग्रेस सत्ता में है और उसकी पूर्व सहयोगी JDS भाजपा के खेमे में है. 

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