Pawan Singh: पवन सिंह का पीछा नहीं छोड़ रहे 'बोल्ड' गाने, आसनसोल का टिकट कटने के बाद अब काराकट में भी संकट; विरोध शुरू
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Pawan Singh: पवन सिंह का पीछा नहीं छोड़ रहे 'बोल्ड' गाने, आसनसोल का टिकट कटने के बाद अब काराकट में भी संकट; विरोध शुरू

Bhojpuri Singer Pawan Singh News: भोजपुरी सिंगर पवन सिंह जिन बोल्ड गानों के दम पर इतने लोकप्रिय हुए, अब वही गाने उनके राजनीतिक करियर में रुकावट बन गए हैं. पहले उनका आसनसोल से टिकट कटा और अब काराकट में भी संकट छाया हुआ है.

 

Pawan Singh: पवन सिंह का पीछा नहीं छोड़ रहे 'बोल्ड' गाने, आसनसोल का टिकट कटने के बाद अब काराकट में भी संकट; विरोध शुरू

Bhojpuri Singer Pawan Singh Latest News: भोजपुरी सिंगर पवन सिंह के गाए हुए बोल्ड गाने उनका पीछा नहीं छोड़ रहे हैं. इन्हीं गानों की वजह से उन्हें आसनसोल में बीजेपी के टिकट से पीछे हटने को मजबूर होना पड़ा. अब उन्होंने बिहार की काराकट सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया है तो उनके पुराने गाने एक बार फिर उनके राजनीतिक करियर की रुकावट बन गए हैं. मशहूर सिंगर नेहा सिंह राठौर ने उनके गानों को आधार बनाकर पवन सिंह पर हमला बोला है. 

विवादों के बाद आसनसोल से हटना पड़ा

पवन सिंह. भोजपुरी फिल्मों के स्टार.. जिनकी इस लोकसभा चुनाव में चुनावी डेब्यू की चर्चा हर तरफ थी. बीजेपी से टिकट मिला, तब उनसे ज्यादा उनके गानों की चर्चा होने लगी. बंगाल के आसनसोल से टिकट मिलने के बाद उनके बंगाल पर बने अश्लील गानों के ज़रिए TMC ने बड़ा विवाद खड़ा कर दिया,  जिसके बाद आखिरकार पवन ने वहां से लड़ने से इंकार कर दिया.

‘माता गुरुतरा भूमेरू’

इस इनकार के बाद लगातार पवन के चुनाव लड़ने को लेकर अटकलें थी. जिस पर उन्होंने कल विराम लगाया और बताया कि वो आखिरकार बिहार से ही चुनाव लड़ने जा रहे हैं. पवन सिंह ने कल X पर लिखा, ‘माता गुरुतरा भूमेरू’ अर्थात माता इस भूमि से कहीं अधिक भारी होती हैं और मैंने अपनी मां से वादा किया था कि मैं इस बार चुनाव लड़ूंगा. मैंने निश्चय किया है कि मैं 2024 का लोकसभा चुनाव काराकाट, बिहार से लड़ूंगा. 

महिलाएं अपने सम्मान की खुद रक्षा करें- नेहा सिंह राठौर

पवन सिंह ने साफ कर दिया कि वो काराकाट से  निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ेंगे.. लेकिन उनकी इस घोषणा के बाद ही एक बार फिर उनके गानों को लेकर विवाद शुरू हो गया है और इस बार उन पर निशाना साधा है नेहा सिंह राठौड़ ने. जिन्होंने एक के बाद एक उनके अश्लील गाने X पर शेयर 
किए और कहा है कि अब महिलाएं अपने सम्मान की रक्षा खुद करें. 

'चुनाव प्रचार में लहंगा पहनकर न निकलें'

नेहा सिंह ने X पर लिखा, रिमोट से लहंगा उठाने वाले तो भाजपा के टिकट पर संसद पहुंच चुके हैं, अब लहंगे में गोली मारने वाले संसद पहुंचने की तैयारी में हैं. भूतपूर्व बीजेपी प्रत्याशी पवन सिंह ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है. महिलाएं अपने सम्मान की सुरक्षा स्वयं करें. चुनाव प्रचार के दिनों में लहंगा पहनकर सड़क पर न निकलें.'

'बदनाम होंगे तो क्या नाम न होगा से चल रहा जमाना'

नेहा सिंह राठौर लगातार भोजपुरी गानों में अश्लीलता के मुद्दे को जोर-शोर से उठाती रही है. और इस बार भी उन्होंने पवन सिंह के ऐसे ही गानों को शेयर कर उन पर निशाना साधा है.. इसके अलावा नेहा ने एक और ट्वीट किया जिसमें उनका एक और अश्लील बोल वाला गाना शेयर किया गया. उसमें लिखा था कि लाखों लोगों की आवाज़ बनकर देश की संसद में जाने के लिए कितनी दृढ़ता और नैतिक बल की जरूरत होती है, उस पर चर्चा का अब कोई मतलब नहीं बचा है. जमाना “बदनाम होंगे तो क्या नाम न होगा!” के गुरुमंत्र से चल रहा है.' 

उपेंद्र कुशवाहा से हो सकता है मुकाबला

इससे पहले बंगाल पर बने गाने पवन सिंह के लिए बड़ी मुसीबत बन गए थे. जिसके बाद TMC ने इस मुद्दे को महिला सम्मान से जोड़ दिया था. लेकिन इस बार पवन बिहार से ही चुनावी मैदान में उतरे हैं. यानि वो जगह जहां के वो सुपरस्टार माने जाते हैं. पवन सिंह अपने मूल निवास स्थान आरा से लोकसभा का टिकट चाह रहे थे. लेकिन आरके सिंह के वहां से प्रत्याशी होने की वजह से बीजेपी ने उन्हें वहां टिकट नहीं दिया. जिसके बाद उन्होंने अब काराकाट को चुना. जहां उनका कड़ा मुकाबला NDA उम्मीदवार उपेंद्र कुशवाहा से है. 

पिछले चुनाव में महाबली पड़े थे उपेंद्र पर भारी

काराकाट लोकसभा सीट आरा से सटी हई है. ये वह क्षेत्र रहा है जहां इनके लाखों की संख्या में प्रशंसक रहे हैं. पिछले तीन बार से यहां कुशवाहा जाति के नेता ही सांसद बने हैं. 2009 में जनता दल (यूनाइटेड) से  महाबली कुशवाहा जीते थे तो वहीं 2014 में उपेंद्र कुशवाहा को जीत मिली थी, जिसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में जनता दल यूनाईटेड के महाबली सिंह ने तब महागठबंधन में रहे उपेंद्र कुशवाहा को लगभग 85 हजार वोटों से हराया था. 

क्या बाजी पलट पाएंगे पवन सिंह?

अगर इस सीट के जाति समीकरण की बात करें तो यहां 21.34 % SC आबादी हैं तो दूसरी सबसे बड़ी आबादी मुस्लिम की हैं जिनकी संख्या 9.75% हैं. पवन सिंह का वहां के युवाओं में जबरदस्त क्रेज है. इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता. जब भी जिले में पवन सिंह का कार्यक्रम हुआ है, भीड़ आउट ऑफ कंट्रोल हो गई है. ऐसे में युवा वोटर्स इस सीट पर क्या बड़ा असर डाल सकते हैं..ये देखने वाली बात होगी.

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