कन्नौज से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे अखिलेश यादव, अटकलों पर लग गया विराम
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कन्नौज से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे अखिलेश यादव, अटकलों पर लग गया विराम

Akhilesh Yadav: कन्नौज सीट पर पहले अखिलेश के भतीजे तेज प्रताप यादव को टिकट दिया गया था. उनके नाम का बकायदा ऐलान भी हुआ था, लेकिन अब आखिर में समाजवादी पार्टी की तरफ से यह तय हुआ है कि इस सीट पर अखिलेश यादव ही चुनाव लड़ेंगे.

कन्नौज से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे अखिलेश यादव, अटकलों पर लग गया विराम

Kannauj Loksabha Seat: समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव कन्नौज सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. पार्टी की तरफ से इस बात पर मुहर लग गई है. इस सीट को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रहीं थीं. यह भी बताया गया कि वे 25 तारीख को नामांकन भी दाखिल करेंगे. इससे पहले  कन्नौज सीट  से अखिलेश के भतीजे तेज प्रताप यादव को टिकट दिया गया था. उनके नाम का बकायदा ऐलान भी हुआ था, लेकिन अब आखिर में समाजवादी पार्टी की तरफ से यह तय हुआ है कि इस सीट पर अखिलेश यादव ही चुनाव लड़ेंगे.

असल में इस बात की पुष्टि पार्टी सूत्रों ने कर दी है. इससे पहले सपा ने ऐलान किया था कि लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव अब कन्नौज से चुनावी मैदान में नहीं होंगे. इस सीट पर उनके पारिवारिक सदस्य और मैनपुरी से पूर्व सांसद तेज प्रताप यादव को उम्मीदवार बनाया गया था. समाजवादी पार्टी ने सोमावार को कन्नौज से पूर्व सांसद तेज प्रताप यादव तो वहीं बलिया सीट से भाजपा प्रत्याशी नीरज शेखर के खिलाफ सनातन पांडेय को चुनावी मैदान में उतारा था.

तेज प्रताप यादव के नाम का हुआ था ऐलान..
तेज प्रताप यादव को टिकट देने से पहले कयास लगाए जा रहे थे कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव कन्नौज सीट से चुनाव लड़ेंगे, लेकिन फिर तेज प्रताप यादव का नाम सामने आ गया था. अब एक बारे फिर से अखिलेश यादव के नाम की पुष्टि हो गई है. मालूम हो कि तेज प्रताप यादव उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के भाई के पोते हैं. उनकी शादी बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की छोटी बेटी राजलक्ष्मी के साथ हुई थी. उन्होंने 2014 में मैनपुरी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था और जीत हासिल की थी.

'अखिलेश यादव कन्नौज सीट से'
फिलहाल अब अखिलेश यादव कन्नौज के मैदान में होंगे. तेज प्रताप के नाम के ऐलान के बाद सपा कार्यकर्ताओं ने मांग की थी कि अखिलेश यादव को ही चुनाव लड़ना चाहिए. यह भी बात सामने आई थी कि मंगलवार को कुछ कार्यकर्ता व नेता लखनऊ में अखिलेश से मिले और चुनाव मैदान में उतरने की अपील की. इसके थोड़ी देर बाद ही इंटरनेट मीडिया पर कार्यकर्ता अखिलेश को टिकट दिए जाने का लेटर भी वायरल हुआ था. हालांकि उसकी पुष्टि बाद में हो गई है. 

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