एस्ट्रोनॉमर्स ने अंतरिक्ष में कुछ ऐसा देखा है जिसने महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन को एक बार फिर सही साबित किया है.
(Photo : ESA)
आइंस्टीन ने 1915 में सापेक्षता का सामान्य सिद्धांत दिया था. उसमें उन्होंने ब्लैक होल से जुड़ी एक भविष्यवाणी की थी.
आइंस्टीन का कहना था कि पदार्थ एक बार ब्लैक होल के पर्याप्त करीब पहुंच जाए, तो गुरुत्वाकर्षण की असीम ताकत इसे गोलाकार कक्षा को छोड़ने और सीधे अंदर जाने के लिए मजबूर कर देगी. (Photo : NASA)
अब NASA के NuSTAR और NICER स्पेस टेलीस्कोप ने कंफर्म कर दिया है कि ब्लैक होल के चारों तरफ ऐसे क्षेत्र (प्लंजिंग रीजन) मौजूद होते हैं. (Photo : NASA)
वैज्ञानिकों का कहना है कि नई खोज से ब्लैक होल के मूल रहस्यों और स्पेस-टाइम के नेचर का पता चल सकता है. (Photo : NASA)
रिसर्चर्स की स्टडी के नतीजे रॉयल एस्ट्रोनॉमिकल सोसायटी के मंथली नोटिसेज में छपे हैं. उन्होंने इसके लिए करीब 10 हजार प्रकाश वर्ष दूर मौजूद ब्लैक होल सिस्टम पर नजर डाली. (Photo : NASA)
वैज्ञानिकों ने ब्लैक होल के एक्रेशन डिस्क के गर्म पदार्थ से निकलने वाली एक्स किरणों को पकड़ा. फिर इस डेटा को मैथमेटिकल मॉडल्स में फीड कराने पर 'प्लंजिंग रीजन' से आते प्रकाश का पता चला. (Photo : ESA)
आइंस्टीन के सिद्धांत ने भविष्यवाणी की थी कि इस अंतिम छलांग का अस्तित्व होगा. लेकिन यह पहली बार है जब वैज्ञानिक इसे घटित होते हुए दिखा सके हैं.