KKR vs MI IPL 2024: आईपीएल 2024 में बेहद घटिया प्रदर्शन करते हुए टूर्नामेंट से लगभग बाहर हो चुकी मुंबई इंडियंस की टीम पर पूर्व दिग्गज बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग का गुस्सा फूटा है. सहवाग ने टीम मैनेजमेंट से खिलाड़ियों पर कड़े एक्शन की मांग कर दी है. साथ ही हार्दिक पांड्या की बैटिंग पर भी सवाल खड़े किए हैं.
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Virender Sehwag Statement: कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ मैच हारकर मुंबई इंडियंस की टीम आईपीएल 2024 से लगभग बाहर ही हो गई है. मुंबई इंडियंस ने अब तक इस सीजन में हार्दिक पांड्या की कप्तानी में बेहद ही शर्मनाक प्रदर्शन करते हुए सिर्फ 3 मैच जीत हैं. 11 मुकाबलों में 8 हार मिली हैं. कोलकाता से हुए मैच में 24 रन से शिकस्त मिलने के बाद मुंबई इंडियंस को वीरेंद्र सहवाग के गुस्से का सामन करना पड़ा है. इस दिग्गज ने साफ-साफ शब्दों में मुंबई इंडियंस की बल्लेबाजी पर सवाल खड़े किए हैं.
क्या बोले सहवाग?
सहवाग ने कहा कि वह कप्तान हार्दिक पांड्या और टिम डेविड के क्रमशः 7वें और 8वें नंबर पर आने से वह 'हैरान' थे. केकेआर के स्टार ऑलराउंडर आंद्रे रसेल के निचले क्रम में बल्लेबाजी के लिए आने पर भी सहवाग ने सवाल खड़ा दिया. क्रिकबज पर बात करते हुए सहवाग ने कहा, 'केकेआर ने आंद्रे रसेल को बचाया. उन्होंने केवल दो गेंदें खेलीं. मुंबई इंडियंस ने हार्दिक पांड्या और टिम डेविड को बचाया. ऐसा करके आपने क्या हासिल किया? कई गेंदें बाकी थीं और सभी आउट हो गए. आप पहले आ सकते थे, या शायद आप खेल पहले भी ख़त्म कर सकते थे.'
मुंबई इंडियंस की बल्लेबाजी पर उठे सवाल
सहवाग ने मुंबई इंडियंस की बल्लेबाजी क्रम पर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं पता कि जब वे पीछा (रन चेज) करते हैं तो उनके साथ क्या होता है... हार्दिक पांड्या 7 पर और टिम डेविड 8 पर. मुझे समझ नहीं आ रहा कि उन्होंने क्या किया. क्या ये खिलाड़ी इतने खराब हैं कि अगर पहले आएंगे तो आउट हो जाएंगे?' सहवाग ने हार्दिक की घटिया बल्लेबाजी कर भी अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा, 'जब हार्दिक पांड्या गुजरात के कप्तान थे तो उन्होंने लगातार चौथे नंबर पर बल्लेबाजी की. यहां क्या हुआ है? यह मुझे हैरान करता है कि अनुभवी खिलाड़ी इतना नीचे आ रहे हैं.'
कड़े एक्शन की मांग
सहवाग ने मुंबई टीम मैनेजमेंट से खिलाड़ियों को लेकर कड़े एक्शन लेने की मांग करते हुए कहा, 'मैं इससे हैरान हूं. मैनेजमेंट को खिलाड़ियों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए और उनसे पूछना चाहिए कि क्या हो रहा है या खिलाड़ियों को इस बारे में बोलना चाहिए कि उनकी बल्लेबाजी क्रम में बदलाव क्यों हो रहा है. यहां कप्तान, बैटिंग कोच, बॉलिंग कोच और सपोर्ट स्टाफ दोषी हैं. मालिकों को सख्त सवाल पूछने की जरूरत है.'