बिहार के जिला दरभंगा के लहेरियासराय के लहेरी टोला नाम से मशहूर शहर, लहठी उद्योग का सबसे बड़ा शहर है.
लहेरियासराय के लहेरी टोला में इसका सबसे बड़ा उद्योग है. जहां देश-विदेश में लहठी का निर्यात होता है.
लहेरी टोला में करीब 53 वर्ष पहले लहठी उद्योग की शुरुआत हुई थी. जब राजस्थान से कुछ लहठी कारीगर लहेरी टोला में आकर बसे थे.
राजस्थानी कारीगरों ने लहठी उद्योग को लहेरी टोला में शुरू किया था. जिसके बाद धीरे-धीरे ये वहां का सबसे बड़ा रोजगार का साधन बन गया.
बदलते समय के साथ हर उद्योग में परिवर्तन होता चला गया, लेकिन यहां आधुनिकता के साथ बदलाव न आ पाने के चलते धीरे-धीरे ये उद्योग घाटे में चलने लगा. साथ ही लहठी की चमक भी गिरने लगी.
लहेरी टोला के लोग आर्थिक तंगी के कारण लहठी उद्योग से धीरे-धीरे अपना पांव पीछे खींच रहे है. जिस वजह से इस उद्योग की स्थिति पहले जैसी नहीं रही.
लहेरियासराय में लहठी के उत्पाद के कारण ही इस जगह का नाम लहेरी टोला पड़ा था.
लहेरी टोला उद्योग घाटे में जाने का मूल कारण है कि कारीगरों को कच्चा माल जैसे लाह, रंग इत्यादि सामान आसानी से नहीं मिल पाता है.
बढ़ते कच्चे सामानों के दाम के कारण लहेरी टोला के लहठी कारीगर उसे खरीद नहीं पाते और उनकी मजबूरी है कि इस उद्योग को छोड़ मजदूरी कर अपना और अपने परिवार का पेट पाल रहे है.