Pradosh Vrat 2024: आज या कल, कब है प्रदोष व्रत? उपवास रख रहे हैं तो जरूर रखें इन बातों का ध्यान

Pradosh Vrat 2024: हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का बड़ा महत्व माना जाता है. हर प्रदोष व्रत का नाम सप्ताह के दिन के अनुसार होता है और इसके फल की प्राप्ति भी उसी के अनुसार बढ़ जाती है. आइए जानते हैं नियम.

Written by - Shruti Kumari | Last Updated : Jan 8, 2024, 10:08 AM IST
  • इन 5 बातों का रखें ध्यान
  • प्रदोष व्रत 2024 शुभ मुहूर्त
Pradosh Vrat 2024: आज या कल, कब है प्रदोष व्रत? उपवास रख रहे हैं तो जरूर रखें इन बातों का ध्यान

नई दिल्ली: Pradosh Vrat 2024: हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत का विशेष महत्व है. पौष महीने के कृष्ण पक्ष का प्रदोष व्रत बहुत खास है. प्रदोष व्रत करने से भगवान शिव धन, बल और विद्या का आशीर्वाद देते हैं. साथ ही जीवन में आ रहीं सभी तरह की समस्याएं दूर हो जाती हैं. पंचांग के अनुसार, वर्ष 2024 का पहला प्रदोष व्रत 9 जनवरी यानी मंगलवार के दिन रखा जाएगा. आइए जानते हैं, शुभ मुहूर्त और प्रदोष व्रत से जुड़े कुछ अहम नियम.

प्रदोष व्रत 2024 शुभ मुहूर्त 
पंचांग के अनुसार, कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 8 जनवरी के मध्य रात्रि  में 11 बजकर 58 मिनट से शुरू होगी और 9 जनवरी को रात्रि 10 बजकर 24 मिनट पर समाप्त हो जाएगी. ऐसे में प्रदोष व्रत 9 जनवरी मंगलवार के दिन किया जाएगा. इस विशेष दिन पर पूजा मुहूर्त शाम 05:41 से रात्रि 08:24 तक रहेगा.  

इन 5 बातों का रखें ध्यान  
प्रदोष व्रत के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान-ध्यान करें और भगवान शिव की उपासना जरूर करें.

महादेव की पूजा करते समय शिवलिंग पर गंगाजल अर्पित करें और बेलपत्र, भांग, धतूरा इत्यादि जरूर अर्पित करें. 

प्रदोष व्रत के दिन प्याज-लहसुन नहीं खाना चाहिए. साथ ही इस दिन मांस भूलकर नहीं खाना चाहिए. ऐसा करने से देवी-देवता क्रोधित हो जाते हैं और जीवन में कई परेशानियां आ सकती हैं.

प्रदोष व्रत के दिन किसी भी व्यक्ति का अपमान भूल कर भी नहीं करना चाहिए. साथ ही इस विशेष दिन पर मन में नकारात्मक भाव नहीं लाने चाहिए. व्यक्ति को पूरा समय भगवान के भजन में लगाना चाहिए. ऐसा करने से व्रत का फल प्राप्त होता है और भगवान शिव प्रसन्न होते हैं.  

इस दिन 'ओम नमः शिवाय' मंत्र का उच्चारण करते रहें. इसके बाद शिव चालीसा का पाठ करें और प्रदोष व्रत की कथा पढ़ें.

प्रदोष में क्या न करें?
प्रदोष व्रत में पूजा किए बिना भोजन ग्रहण न करें. व्रत के समय में अन्न, नमक, मिर्च आदि का सेवन नहीं करना चाहिए.

प्रदोष व्रत का महत्व
कहा जाता है कि यह व्रत करने से कई दोषों से मुक्ति मिलती है और संकट दूर होते हैं. प्रदोष व्रत से आयु बढ़ती है और स्वास्थ्य लाभ होता है. ये व्रत करने से इंसान की सभी इच्छाएं पूरी होती हैं. मंगलवार के दिन त्रयोदशी का प्रदोष व्रत हो तो उस दिन के व्रत को करने से रोगों से मुक्ति व स्वास्थ्य लाभ प्राप्त होता है.
 
(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.)

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